उत्पादों को सुरक्षित रखने के तरीके बताए
Prayagraj News - प्रयागराज में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय द्वारा आयोजित बौद्धिक संपदा अधिकार प्रशिक्षण कार्यक्रम में विशेषज्ञों ने उद्यमियों को उत्पादों की सुरक्षा और पंजीकरण के तरीके बताए। उन्होंने बताया...

प्रयागराज, वरिष्ठ संवाददाता। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय की ओर से सिविल लाइंस स्थित एक होटल में चल रहे पांच दिवसीय बौद्धिक संपदा अधिकार प्रशिक्षण कार्यक्रम के दूसरे दिन मंगलवार को विशेषज्ञों ने उद्यमियों और अधिकारियों को उत्पादों की सुरक्षा और पंजीकरण की बारीकियां समझाईं। कार्यक्रम में बताया गया कि किसी भी उत्पाद की मौलिकता बनाए रखने और उसे नकल से बचाने के लिए बौद्धिक संपदा अधिकार (आईपीआर) का पंजीकरण अत्यंत आवश्यक है। विशेषज्ञों ने भौगोलिक संकेत (जीआई) पंजीकरण की प्रक्रिया, इसके लाभ और एमएसएमई क्षेत्र में इसके उपयोग पर विस्तृत जानकारी दी। इस दौरान उत्पादों को सुरक्षित रखने के प्रमुख बिंदु जैसे ट्रेडमार्क पंजीकरण के तहत ब्रांड नाम, लोगो या प्रतीक को कानूनी सुरक्षा प्रदान करें।
डिज़ाइन रजिस्ट्रेशन में उत्पाद के स्वरूप और बाहरी डिजाइन की सुरक्षा करें। पेटेंट संरक्षण में नई तकनीक या प्रक्रिया को पेटेंट कराकर दूसरों द्वारा उपयोग से रोकें। कॉपीराइट पंजीकरण में किसी रचनात्मक या लेखन कार्य को सुरक्षित रखें। जीआई टैग में किसी क्षेत्र विशेष के उत्पाद की विशिष्टता को संरक्षित करें। और गोपनीय अनुबंध में कर्मचारियों या साझेदारों से उत्पाद संबंधी जानकारी के लीक होने से बचाने की जानकारी दी गई। इस दौरान इलाहाबाद विश्वविद्यालय की प्रोफेसर डा. शेफाली नंदन और प्रो. अनुभव रावत ने विभिन्न जानकारियां दी। कार्यक्रम में एमएसएमई आगरा के फील्ड ऑफिसर योगेंद्र प्रताप सिंह, लघु उद्योग भारती के जिलाध्यक्ष संजय जैन, एलबीएस यादव, राजन यादव सहित कई अधिकारी और उद्यमी मौजूद रहे।
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