विचारों के द्वंद में बेटे ने समझी जिम्मेदारी
एनसीजेडसीसी के प्रेक्षागृह में बुधवार को नाटक संक्रमण का मंचन किया गया। कामतानाथ लिखित कहानी पर केंद्रित नाटक का निर्देशन आलोक नायर ने...
एनसीजेडसीसी के प्रेक्षागृह में बुधवार को नाटक संक्रमण का मंचन किया गया। कामतानाथ लिखित कहानी पर केंद्रित नाटक का निर्देशन आलोक नायर ने किया।
नाटक का कथानक एक मध्यवर्गीय परिवार के इर्द-गिर्द घूमती है। एक मॉर्डन किस्म के बेटे और पुराने विचार वाले पिताजी के बीच द्वंद शुरू होता है। बेटा पिता जी के द्वारा छोटी-छोटी बातों पर टोके जाने से परेशान रहता है। एक दिन पिताजी की मृत्यु हो जाती है। पिताजी के जैसा ही व्यवहार खुद बेटे में आने लगता है। उसे अपनी जिम्मेदारियों का एहसास होने लगता है। घर और परिवार की चिंता सब जैसे पिताजी करते थे वही संक्रमण की तरह बेटे में दिखने लगती है। नाटक का शुभारंभ मुख्य अतिथि पूर्व कमिश्नर बादल चटर्जी ने किया। कलाकारों में जतिन कुमार, अमितेश श्रीवास्तव,अलका सिंह, हर्षित पांडेय रहे। संचालन डॉ. अशोक शुक्ल ने किया।