प्रयागराज वरिष्ठ संवाददाता
यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा के आवेदन फॉर्म भरने या कक्षा 9 व 11 के अग्रिम पंजीकरण से कोई छात्र छूटता है तो प्रधानाचार्य के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। सचिव यूपी बोर्ड दिव्यकांत शुक्ल ने साफ किया है कि किसी भी लापरवाही के लिए प्रधानाचार्य ही पूरी तरह से दोषी माने जाएंगे।
राजकीय एवं अशासकीय सहायता प्राप्त विद्यालयों के प्रधानाचार्या के विरुद्ध कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए नियुक्ति प्राधिकारी को संस्तुत करेंगे जबकि अशासकीय गैर राहायता प्राप्त वित्तविहीन विद्यालयों की मान्यता छीनने की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।
सचिव का कहना है कि कोविड-19 संक्रमण को देखते हुए छात्रहित में तीन बार अंतिम तिथियों में वृद्धि करने के बाद भी बचे हुए छात्र-छात्राओं के लिए चौथी बार तिथियां बढ़ाई गई है।
कक्षा 10 एवं 12 के परीक्षार्थियों से विलम्ब शुल्क प्राप्त कर आवेदन पत्र ऑनलाइन भरने की तिथि 5 जनवरी जबकि कक्षा 9 व 11 के अभ्यर्थियों के विद्यालयों में पंजीकरण शुल्क प्राप्त करने और ऑनलाइन पंजीकरण कराने की तिथि 10 जनवरी तक बढ़ाई गई है।
बोर्ड के संज्ञान में आया है कि कुछ प्रधानाचार्य 10वीं-12वीं के परीक्षा आवेदन पत्रों को भराने एवं कक्षा 9 व 11 में छात्र-छात्राओं के अग्रिम पंजीकरण सम्बन्धी कार्य को करने में अनावश्यक पूछताछ करते हुए शिथिलता बरत रहे हैं जो अत्यन्त खेदजनक है।