गृहकर: बढ़ सकती है जमा करने की अंतिम तिथि
शहर में लॉकडाउन से नगर निगम में लोग गृहकर नहीं जमा कर पा रहे हैं। गृहकर के रूप में रोज तकरीबन 35 लाख रुपये जमा किए जाते हैं। इस समय काउंटर बंद होने से कर जमा करने का काम ठप है और निगम की आमदनी...
शहर में लॉकडाउन से नगर निगम में लोग गृहकर नहीं जमा कर पा रहे हैं। गृहकर के रूप में रोज तकरीबन 35 लाख रुपये जमा किए जाते हैं। इस समय काउंटर बंद होने से कर जमा करने का काम ठप है और निगम की आमदनी प्रभावित है। नगर निगम से जुड़े सूत्रों का कहना है कि सरकार लॉकडाउन देखते हुए गृहकर जमा करने की समयसीमा 31 मार्च से आगे बढ़ाई जा सकती है। हालांकि फिलहाल शासन की ओर से कोई निर्देश जारी नहीं हुआ है।
नगर निगम को गृहकर के रूप में सालाना करीब 60 करोड़ की आय होती है। सालाना गृहकर जमा करने की अवधि 31 मार्च है। इस महीने कर जमा करने की भीड़ होती है। रोज तकरीबन 35 से 40 लाख रुपये कर जमा होता है। लॉकडाउन से फिलहाल यह काम पूरी तरह ठप है। वहीं, एक अप्रैल से गृहकर में भी बढ़ोतरी प्रस्तावित है। पूरे शहर में तकरीबन 75 प्रतिशत तक कर बढ़ाने की तैयारी है। यह भी बताया जा रहा है कि कोरोना का खतरा देखते हुए प्रस्तावित बढ़ोतरी भी टाली जा सकती है। लखनऊ और वाराणसी भी एक अप्रैल से बढ़ोतरी नहीं कर रहे हैं। पार्षद कमलेश सिंह, मुकुंद तिवारी, पूर्व पार्षद रामसेवक सिंह की ओर से इस संदर्भ में शासन से गुहार लगाई जा चुकी है। मुख्य कर निर्धारण अधिकारी पीके मिश्रा का कहना है कि गृहकर के संदर्भ में शासन स्तर से कोई नया निर्देश नहीं मिला है।