मंदी झेल रहे होटलों को सहालग से मिलेगी संजीवनी
कोरोना के कारण मार्च से मंदी की मार झेल रहे शहर के होटलों का कारोबार पटरी पर आने की उम्मीद बढ़ी है। नवंबर और दिसंबर में सहालग के चलते होटलों में पुरानी रौनक लौटने की पूरी उम्मीद है। नवंबर-दिसंबर में...
कोरोना के कारण मार्च से मंदी की मार झेल रहे शहर के होटलों का कारोबार पटरी पर आने की उम्मीद बढ़ी है। नवंबर और दिसंबर में सहालग के चलते होटलों में पुरानी रौनक लौटने की पूरी उम्मीद है। नवंबर-दिसंबर में शादियों के लिए शहर के लगभग सभी होटल बुक हो चुके हैं। सहालग की तारीखों पर होटलों के बैंक्वेट बुक हो गए हैं। कमरे भी खाली नहीं हैं। आयोजनों में 200 तक मेहमानों के शामिल होने की छूट होटलों के लिए वरदान बनी और धड़ाधड़ बुकिंग होने लगी। होटल कारोबारियों का कहना है कि नवंबर-दिसंबर की सहालग से होटलों का कारोबार पटरी पर लौटेगा।
पहले सगाई, प्रीति भोज तक थे सीमित, इस बार शादियां होंगी
शहर में होटल इलावर्त को छोड़कर बाकी होटलों में सगाई, घरेलू आयोजन और प्रीति भोज होते थे। इस साल होटलों में शादियां हो रही हैं। शादियों के लिए होटल संचालक मंडप भी बनवाएंगे। शादियां होने से होटलों में बाराती-घरातियों के लिए कमरे भी बुक हो रहे हैं। इससे पहले सिविल लाइंस स्थित होटल इलावर्त में शादी कराने की व्यवस्था थी।
सहालग में मांग बढ़ी तो किराया भी उछला
महीनों सूना रहने के बाद नवंबर-दिसंबर में गुलजार होने वाले होटलों का किराया बढ़ गया है। सहालग के लिए बैंक्वेट और कमरों के किराए बढ़े हैं। होटल संचालक इस बारे में कुछ नहीं बोल रहे लेकिन चर्चा है कि 25 फीसद तक किराया बढ़ा है। सभी होटल संचालकों ने जगह और कमरों के अनुरूप शादी का पैकेज तय किया है।
ये है पेकेज
शादी, खानपान : 2 लाख से 5 लाख
होटल के कमरे 2500 से 5000
बोले होटल कारोबारी
नवंबर-दिसंबर में सहालग से होटलों में चहल-पहल लौटने की उम्मीद बढ़ी है। सहालग के लिए बैंक्वेट, कमरे बुक हो गए हैं। इसके बाद नए साल और माघमेला में भी मेहमानों के आने की आस है। योगेश गोयल, होटल संचालक
सहालग के लिए होटल में पहले की तरह बुकिंग हुई है। शादी की तारीखें कम होने से लोग वापस भी लौट रहे हैं। कमरे अथवा अन्य आयोजन के लिए तय किराया लिया जा रहा है।
डीपी सिंह, महाप्रबंधक होटल इलावर्त
