चार कत्ल: बेटे ने रची मां, बाप, बहन और पत्नी की हत्या की साजिश
धूमनगंज की प्रीतमनगर कॉलोनी में गुरुवार दोपहर घर के अंदर व्यापारी तुलसीदास( 65) उनकी पत्नी किरण (60) बेटी निहारिका( 37) और बहू प्रियंका( 22) की गला रेतकर हत्या कर दी गई। वारदात के बाद घर पहुंचे...
धूमनगंज की प्रीतमनगर कॉलोनी में गुरुवार दोपहर घर के अंदर व्यापारी तुलसीदास( 65) उनकी पत्नी किरण (60) बेटी निहारिका( 37) और बहू प्रियंका( 22) की गला रेतकर हत्या कर दी गई। वारदात के बाद घर पहुंचे व्यापारी के इकलौते बेटे आतिश ने चार लोगों की हत्या की सूचना पुलिस को दी। इस घटना से इलाके में हड़कंप मच गया। मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारी जांच पड़ताल में जुट गए। घर के सभी सीसीटीवी कैमरे खराब थे और डीवीआर का पासवर्ड भी बेटा नहीं बता पा रहा था। शक के आधार पर पुलिस अफसरों ने व्यापारी के बेटे को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने इस सनसनीखेज हत्याकांड को कुबूल कर लिया।
रात 10:30 बजे पुलिस अफसरों ने खुलासा किया कि व्यापारी के बेटे आतिश केसरवानी ने ही आठ लाख की सुपारी देकर अपने मां, बाप, बहन और पत्नी की हत्या कराई थी। फॉरेंसिक एक्सपर्ट की मदद से और काल डिटेल के मिलान के बाद पुलिस ने आतिश के साथी अनुज केसरवानी को भी गिरफ्तार कर लिया।
हत्या में शामिल अनुज केसरवानी के मामा राजकरण उर्फ बच्चा और सुपारी किलर की तलाश में क्राइम ब्रांच कौशांबी व अन्य इलाकों में छापेमारी कर रही है। पुलिस की मानें तो हत्या संपत्ति के विवाद और दूसरी लड़की से संबंध बनाने का विरोध करने पर आतिश ने कराई है। एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज ने कुछ घंटों के भीतर ही इस हत्याकांड के खुलासे पर अपनी टीम को बधाई दी। वहीं एडीजी प्रेम प्रकाश ने क्राइम ब्रांच व फॉरेंसिक टीम को तत्काल खुलासा करने पर 50000 रुपये का इनाम देने की घोषणा की है।
दोपहर में निकला था घर से बेटा
प्रीतमनगर कॉलोनी, विवेकानंद चौराहा निवासी आतिश उर्फ मुकेश केसरवानी की घर के अंदर ही एसी व कूलर की दुकान है। इसी मकान में उसके पिता की बिजली के उपकरणों की दुकान है। मकान के एक हिस्से में उन्होंने गोदाम भी बनाया है। पुलिस को आतिश ने बताया कि गुरुवार दोपहर लगभग एक बजे वह कुछ काम से घर से निकला था। दोपहर करीब 3:30 बजे वह घर लौटा। इस बीच उसके मां-बाप, बहन और पत्नी की बेरहमी से हत्या कर दी गई। पिता तुलसीदास की दुकान के शटर के पास और काउंटर के तरफ उसकी मां किरण देवी और बहन निहारिका की लाश मिली। पत्नी का शव ऊपर वाले कमरे में था।
अपने ही बयान में फंसता गया आतिश
इस सनसनीखेज हत्याकांड की जानकारी मिलने के बाद एडीजी प्रेम प्रकाश, आईजी केपी सिंह, एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज, एसपी सिटी बृजेश श्रीवास्तव समेत शहर के कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गई। फॉरेंसिक टीम कातिलों का सुराग लगाने के लिए जुट गई। पुलिस ने जब आतिश ने पूछताछ शुरू की तो वह पुलिस के सवालों में फंस गया।