प्रयागराज। वरिष्ठ संवाददाता
गऊघाट पुलिस चौकी के पास कामधेनू इंटरप्राइजेज में रविवार रात आठ बजे शॉर्ट सर्किट से भीषण आग लग गई। देखते ही देखते आग की लपटों ने पूरे गोदाम को अपनी चपेट में ले लिया। आग की चपेट में आने से एसी का कंप्रेशर फटने लगा। जोरदार धमाका होने से वहां हड़कंप मच गया। पड़ोसी भी अपने घरों से बाहर निकल आ गए। दमकल की पांच गाड़ियां और 50 से अधिक मजदूर बचाव अभियान में जुटे रहे। तीन घंटे की मशक्कत के बाद स्थिति सामान्य हो सकी।
मुट्ठीगंज के बड़े व्यापारी सुनील अग्रवाल के पास चॉकलेट, टॉफी, नमकीन, बॉर्नविटा आदि सामानों की कंपनियों की होलसेल एजेंसी है। गऊघाट पुलिस चौकी के पास वह चार मंजिला मकान में परिवार के साथ रहते हैं। बेसमेंट और ऊपरी मंजिल पर उन्होंने बड़े-बड़े गोदाम बना रखे हैं। शनिवार को ही पांच ट्रक सामान गोदाम में रखा गया था। बताया जा रहा है कि रविवार रात शॉर्ट सर्किट होने से प्रथम तल पर बने गोदाम में आग पकड़ लग गई। गोदाम में रखे कागजों व दफ्ती के गत्ते जलने लगे। जब लोगों ने धुआं निकलते देखा तो शोर मचाया। आग की लपटें बढ़ती जा रही थी। मकान के पीछे हिस्से की तरफ आग की लपटें इस कदर उठ रही थी कि पड़ोसी भी अपने घर से निकल कर बाहर आ गए। सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंच गई। इस बीच अचानक एसी का कंप्रेशर फटने से जोरदार धमाका हुआ। कई बार धमाका होने से वहां पर हड़कंप मच गया। आनन-फानन में सुनील अग्रवाल के परिजनों को भी मकान से नीचे उतारा गया।
आग बुझाने में जुटे फायर कर्मी धर्मेंद्र मिश्रा ने बताया कि उनकी टीम ने उपरी मंजिल से जाकर नीचे पानी डालना शुरू किया। इसके बाद धीरे-धीरे आग पर नियंत्रण किया जा सका। कागज के गत्ते के कारण बहुत ज्यादा धुआं निकल रहा था। धुएं के कारण अंदर घुसना मुश्किल था। बताया जा रहा है बेसमेंट में भी बहुत बड़ा गोदाम बना हुआ है, लेकिन दमकल की सक्रियता से वहां पर आग नहीं पहुंची। व्यापारी ने भी चार दर्जन से अधिक मजदूर बुला लिए। इससे बचाव दल को काम करने में आसानी हो गया। मजदूर गोदाम से सामान निकालकर खाली करने में लगे थे। गाड़ियों से सारा सामान नैनी स्थित गोदाम में भेजने का काम शुरू हो गया। रात 11 बजे तक स्थिति सामान्य हो सकी। लेकिन इसके बाद भी ऑपरेशन जारी रहा।