ब्रह्म मुहूर्त में बच्चे करें पढ़ाई, तभी रहेगा याद : देवकीनंदन
केएन काटजू इंटर कॉलेज परिसर में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा में रविवार को कथावाचक पं. देवकीनंदन ठाकुर ने भागवत महात्म्य पर प्रकाश...

केएन काटजू इंटर कॉलेज परिसर में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा में रविवार को कथावाचक पं. देवकीनंदन ठाकुर ने भागवत महात्म्य पर प्रकाश डाला। कहा कि संत के बिना भगवान की प्राप्ति नहीं होती। ब्राह्मण की और गौहत्या को शास्त्रों में सबसे बड़ा अधर्म माना गया है।
ठाकुर ने कहा कि बच्चों को हमेशा ब्रह्म मुहूर्त में पढ़ना चाहिए। ब्रह्म मुहूर्त में पढ़ा हुआ हमेशा याद रहता है। सूर्यास्त के समय नहीं सोना चाहिए और न ही पढ़ाई करनी चाहिए। किसी सोये हुए मनुष्य को उठाना पाप है। लेकिन माता-पिता अपने बच्चों को, गुरु अपने शिष्य को उठा सकते हैं। साधु-संतों से ब्राह्मण और भक्तों से हमेशा धर्म का संचार और प्रचार होता है। जो धर्म को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं वही कहते हैं कि मंदिर की क्या जरूरत है। धर्म युद्ध में कभी भी निमंत्रण नहीं भेजे जाते हैं, जिसका मन करता है वे अपने हाथ में शास्त्र और शस्त्र लेकर खुद ही निकल पड़ते हैं। इस अवसर पर ठाकुर ने संगीतमय भजन श्री राधे गोपाल भज मन श्री राधे गोपाल प्रस्तुत कर भक्तों को भावविभोर कर दिया। संयोजन अंतरिक्ष शुक्ल ने किया।
