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Hindi News उत्तर प्रदेश प्रयागराजमहंत नरेंद्र गिरि की मौत के मामले में आनंद गिरि और आद्या तिवारी को भेजा जेल

महंत नरेंद्र गिरि की मौत के मामले में आनंद गिरि और आद्या तिवारी को भेजा जेल

अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार उनके शिष्य आनंद गिरि को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में नैनी...

अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार उनके शिष्य आनंद गिरि को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में नैनी...
1/ 3अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार उनके शिष्य आनंद गिरि को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में नैनी...
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार उनके शिष्य आनंद गिरि को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में नैनी...
2/ 3अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार उनके शिष्य आनंद गिरि को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में नैनी...
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार उनके शिष्य आनंद गिरि को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में नैनी...
3/ 3अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार उनके शिष्य आनंद गिरि को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में नैनी...
हिन्दुस्तान टीम,प्रयागराजThu, 23 Sep 2021 04:10 AM
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अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार उनके शिष्य आनंद गिरि को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में नैनी जेल भेज दिया गया। उनके साथ बड़े हनुमान मंदिर के मुख्य पुजारी रहे आद्या प्रसाद तिवारी को भी जेल भेजा गया है। सोमवार की शाम नरेंद्र गिरि मठ बाघंबरी गद्दी स्थित कमरे में मृत पाए गए थे। पुलिस ने प्रथमदृष्टया इसे आत्महत्या माना है। उनके कमरे से मिले सुसाइड नोट के आधार पर हरिद्वार में आनंद गिरि और आद्या प्रसाद तिवारी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। पुलिस लाइन में दोनों से घंटों पूछताछ के बाद बुधवार को दिन में मेडिकल परीक्षण कराकर जिला न्यायालय में पेश किया गया।

जहां मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट हरेंद्रनाथ ने मामले के विवेचक की अर्जी पर अभियोजन अधिकारी अतुल कुमार द्विवेदी एवं प्रदीप कुमार एवं आरोपितों के अधिवक्ता के तर्कों को सुन कर दोनों को 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में भेजने का आदेश दिया। अदालत ने कहा कि विवेचक की अर्जी में कहा गया है कि मामले की विवेचना 24 घंटे में पूरी नहीं हो सकी है इसलिए आरोपियों को न्यायिक अभिरक्षा में लिया जाए। अदालत ने कहा कि उपलब्ध कागजातों को और मामले की परिस्थितियों को देखते हुए न्यायिक अभिरक्षा की अवधि स्वीकार किए जाने का पर्याप्त आधार है। अदालत ने केंद्रीय कारागार नैनी के अधीक्षक को आदेश दिया है कि आरोपितों को अभिरक्षा में रखें और नियत तिथि पर अदालत द्वारा तलब किए जाने पर प्रस्तुत करें।

अदालत ने अभियुक्तों की ओर से पेश अधिवक्ताओं के उन तर्कों को खारिज कर दिया, जिसमें कहा गया था कि गिरफ्तार कर उन्हें 24 घंटे से अधिक की समय सीमा तक निरुद्ध रखा गया है इसलिए उनकी यह निरुद्ध अवैध है। अदालत ने यह भी तर्क खारिज कर दिया कि प्रथम दृष्टया आत्महत्या के लिए उकसाने का कोई मामला ही नहीं बनता है इसलिए आईपीसी की धारा 306 के अंतर्गत रिमांड खारिज कर दी जाए। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट हरेंद्र नाथ ने आरोपित की ओर से प्रस्तुत जमानत प्रार्थना पत्र को पर्याप्त आधार न होने के कारण खारिज कर दिया। अदालत ने कहा कि मामला सत्र न्यायालय द्वारा परीक्षण अपराध है। न्यायिक अभिरक्षा स्वीकृत होने के पश्चात आरोपित आनंद गिरी की ओर से जमानत प्रार्थना पत्र न्यायालय में प्रस्तुत किया गया और तर्क दिया गया कि उनके विरुद्ध लगाए गए सभी आरोप आधारहीन और झूठे हैं तथा रंजिशवश लगा दिए गए हैं। उनके विरुद्ध कोई मामला नहीं बनता है।

विवेचना में एकत्र सामानों को भी कोर्ट में पेश किया गया

प्रयागराज। पुलिस ने अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष एवं मठ बाघंबरी गद्दी के महंत नरेंद्र गिरि की आत्महत्या के मामले में घटनास्थल से बरामद सामानों को भी अदालत के समक्ष पेश किया। अदालत ने इन्हें देखने के पश्चात इन पर अपने हस्ताक्षर बनाकर पुलिस को वापस कर दिए। पुलिस इन सामानों को अपनी सुरक्षा में रखेगी और बतौर सबूत अदालत में पेश करेगी। पुलिस ने अदालत को बताया की घटनास्थल से रस्सी, चाकू और सुसाइट नोट बरामद हुए हैं। यह भी बताया कि घटनास्थल के पास जो सीसीटीवी कैमरे लगे थे, उनकी फुटेज के लिए डीवीआर तथा दो मोबाइल फोन भी पुलिस ने अपनी अभिरक्षा में लिया है। अदालत में उपस्थित क्षेत्राधिकारी कर्नलगंज अजीत सिंह चौहान ने अदालत को बताया कि जो मोबाइल फोन घटनास्थल से पुलिस ने अपनी अभिरक्षा में लिया है उसमें घटना से पूर्व नरेंद्र गिरि ने एक वीडियो भी बनाया था।

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