माघ मेले की मौनी अमावस्या पर आएंगे सवा चार करोड़ श्रद्धालु
Prayagraj News - प्रयागराज में 2024 के माघ मेले के दौरान मौनी अमावस्या पर 4.25 करोड़ श्रद्धालुओं के जुटने की संभावना है। मेला तीन जनवरी से शुरू होगा और 18 जनवरी को मौनी अमावस्या का स्नान पर्व होगा। इस बार सात पांटून...

प्रयागराज। महाकुम्भ के बाद अगले वर्ष जनवरी से शुरू होने वाले माघ मेले में भी एक बार फिर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के जुटने का अनुमान है। खुफिया विभाग ने वर्ष 2024 के माघ मेले को देखते हुए इस बार मौनी अमावस्या पर सवा चार करोड़ श्रद्धालुओं के जुटने का अनुमान लगाया है। इसकी रिपोर्ट प्रशासन व पुलिस के अफसरों के पास पहुंचने के बाद अब पूरी तैयारी इसे लेकर केंद्रित हो गई है। माघ मेला 2024 में लगभग ढाई करोड़ श्रद्धालु मौनी अमावस्या आए थे जबकि महाकुम्भ के दौरान संख्या बहुत अधिक बढ़ गई थी। प्रयागराज में आने वाले सैलानियों और पौराणिक मेलों में आम नागरिकों विशेषकर युवाओं के बढ़ते रुझान को देखते हुए खुफिया विभाग की रिपोर्ट सौंपी गई है।
रिपोर्ट के बाद मंडलायुक्त सौम्या अग्रवाल और जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने मेले को लेकर जो भी बैठकें की हैं, इसे केंद्रित करते हुए तैयारियों को करने का निर्देश दिया है। यही नहीं पिछले दिनों रेलवे अफसरों के साथ हुई बैठक में भी यह जानकारी साझा की गई। जिसके बाद स्टेशन परिसर में आरपीएफ और जीआरपी जैसे बलों को विशेष स्नान पर्वों पर अतिरिक्त तैयारी करने के लिए कहा गया है। 18 जनवरी को होगा मौनी अमावस्या इस बार माघ मेला अधिक लंबा नहीं होगा। तीन जनवरी को पौष पूर्णिमा से इसकी शुरुआत होगी, जबकि 14 व 15 जनवरी को मकर संक्रांति होगी। 18 जनवरी को मौनी अमावस्या का सबसे बड़ा स्नान पर्व होगा। 23 जनवरी को बसंत पंचमी और एक फरवरी को माघी पूर्णिमा का स्नान पर्व होगा। इस बार बनेंगे सात पांटून पुल इस बार माघ मेला के लिए सात पांटून पुल बनाए जाएंगे। वर्ष 2023 के माघ मेले तक पांच पांटून पुल बनते थे। जबकि वर्ष 2024 में छह पुल बनाए गए थे। इस बार सात पांटून पुलों का टेंडर जारी कर दिया गया है। लोक निर्माण विभाग के अफसरों ने बताया कि सातवें पुल का निर्माण मेला प्राधिकरण की रिपोर्ट के अनुसार होगा। यह रिजर्व पुल होगा। माघ मेले को लेकर तैयारियों को शुरू कर दिया गया है। वर्ष 2024 में दो करोड़ 67 लाख श्रद्धालु मौनी अमावस्या के अवसर पर आए थे। इस बार इससे अधिक श्रद्धालु आएंगे। इसीलिए पांटून पुल की संख्या भी बढ़ाई गई है। जलस्तर उतरने और जमीन सूखने के बाद यह देखा जाएगा कि नया पांटून पुल किस जगह बनाया जाए।-सौम्या अग्रवाल, मंडलायुक्त
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