15 साल पुराने यात्री कोच बनेंगे आईसोलेशन वार्ड
उत्तर मध्य रेलवे में यात्री डिब्बों को आईसोलेशन वार्ड बनाने का काम शुरू हो गया है। आईसोलेशन वार्ड बनाने के लिए 15 साल पुराने स्लीपर कोच चिह्नित किए गए हैं। जोन की अलग-अलग इकाइयों में 189 स्लीपर...
उत्तर मध्य रेलवे में यात्री डिब्बों को आईसोलेशन वार्ड बनाने का काम शुरू हो गया है। आईसोलेशन वार्ड बनाने के लिए 15 साल पुराने स्लीपर कोच चिह्नित किए गए हैं। जोन की अलग-अलग इकाइयों में 189 स्लीपर डिब्बों को वार्ड में तब्दील किया जाएगा।
रेलवे बोर्ड ने उत्तर मध्य रेलवे को 290 यात्री डिब्बों को आईसोलेशन वार्ड बनाने का निर्देश दिया। बोर्ड के निर्देश पर जोन के प्रयागराज, झांसी और आगरा मंडल के अलावा झांसी के मिडलाइफ रिहैबिलिटेशन सेंटर को आईसोलेशन कोच बनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। जोन की चारों इकाइयों को 14 अप्रैल तक अधिक से अधिक डिब्बे आईसोलेशन यार्ड में बदलने का निर्देश दिया है।
उत्तर मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी अजीत कुमार सिंह ने बताया कि 189 पुराने यात्री शयनयान कोच को आईसोलेशन यार्ड बनाने का काम शुरू हो गया है। सभी डिब्बे उत्तर मध्य रेलवे के हैं। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी के अनुसार, स्लीपर कोच को ही आईसोलेशन वार्ड बनाने की योजना है। अगर स्लीपर कोच कम पड़े तो सामान्य कोच भी यार्ड बनाने के लिए लिए जाएंगे।