प्रसव के लिए भटकती रही, जच्चा-बच्चा की मौत
प्रसव के दौरान महिला के पेट में बच्चे की मौत के बाद डॉक्टरों ने गंभीर हालत में उसे रेफर कर दिया। दर-दर भटकने के बाद प्रतापगढ़ ले जाते समय रास्ते में महिला की भी मौत हो गई। इससे परिजनों ने सीएचसी...
प्रसव के दौरान महिला के पेट में बच्चे की मौत के बाद डॉक्टरों ने गंभीर हालत में उसे रेफर कर दिया। दर-दर भटकने के बाद प्रतापगढ़ ले जाते समय रास्ते में महिला की भी मौत हो गई। इससे परिजनों ने सीएचसी अमरगढ़ के स्वास्थ्यकर्मियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए डीएम से न्याय की गुहार लगाई है।
आसपुर देवसरा थाना क्षेत्र के गोदलपट्टी निवासी रामलखन ने डीएम को दिए गए शिकायती प्रार्थना पत्र में बताया है कि 22 फरवरी को उसकी पुत्रवधू ममता (28) को प्रसव पीड़ा हुई तो गांव की आशा कार्यकत्री ने प्रसव कराने के लिए उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अमरगढ़ में भर्ती कराया। यह ममता का दूसरा प्रसव था। पहला बच्चा ऑपरेशन से पैदा हुआ था। आरोप है आशा कार्यकर्ती व अस्पताल के कर्मचारियों से ममता के पहले प्रसव के बारे में बताया गया था। बावजूद इसके स्वास्थ्य कर्मियों ने झूठे आश्वासन से उसे अस्पताल में रोके रखा और महिला के पेट में बच्चे की मौत के बाद उसे रेफर कर दिया गया। जिला अस्पताल ले जाने पर बेड खाली न होने की बात कहते हुए डॉक्टरों ने उसे भर्ती करने से मना कर दिया। इससे परिजन ममता को लेकर सीएचसी पट्टी पहुंचे। गंभीर हालत में वहां से भी उसे रेफर कर दिया गया। प्रतापगढ़ ले जाते समय रास्ते में ही उसकी भी मौत हो गई।