मानिकपुर नगरवासियों को नहीं मिल सकी बस स्टेशन की सौगात
ढाई दशक पहले सड़क चौड़ीकरण में नगर के अलीगंज चौराहे पर बना रोडवेज का बस स्टेशन ध्वस्त कर दिया गया। तब से नगरवासी एक अदद बस स्टेशन की सौगात मिलने का...
ढाई दशक पहले सड़क चौड़ीकरण में नगर के अलीगंज चौराहे पर बना रोडवेज का बस स्टेशन ध्वस्त कर दिया गया। तब से नगरवासी एक अदद बस स्टेशन की सौगात मिलने का इन्तजार कर रहे हैं। लेकिन किसी भी जन प्रतिनिधि ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।
मानिकपुर नगर पंचायत 1885 की टाउन एरिया है। सिद्ध पीठ मां ज्वालामुखी देवी, गंगा घाट और राजा मानिकचंद का किला होने के कारण इस नगर का ऐतिहासिक, धार्मिक, पौराणिक महत्व रहा। प्रयागराज लखनऊ राजमार्ग पर बसे होने से रेलवे स्टेशन के साथ ही बस स्टेशन भी बना था। जहां टिकट बुंकिग से लेकर यात्रियों के बैठने तक की व्यवस्था रही। जिससे लोगों को प्रदेश की राजधानी से लेकर प्रयागराज तक का सफर करने में आसानी रहती थी। ढाई दशक पहले सड़क चौड़ीकरण के दौरान बस स्टेशन सड़क के दायरे में आने से ध्वस्त कर दिया गया। तब से अभी तक नगरवासियों को एक अदद बस स्टेशन का इन्तजार है। लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज आदि शहरों को जाने के लिए घंटो बस के इन्तजार में यात्रियों के लिए गर्मी धूप, बरसात, सर्दी में सड़क किनारे खड़े होकर इन्तजार करना मजबूरी होती है। ऐसे में वृद्ध, रोगी, महिलाओं, बच्चों को काफी दिक्कतें झेलनी पड़ती हैं। ऐतिहासिक, धार्मिक, पौराणिक स्थल होने से दर्शनार्थियों, मेलार्थियों का भी आना जाना रहता है। नगर के अफसर खां, अब्दुल हाशिम, अशोक जायसवाल, राम लखन गुप्ता, रविकांत, अजय मिश्रा, रोशनलाल, हरिशंकर प्रजापति, सूरजपाल मौर्य, रामबाबू गुप्ता, प्रभाकर जायसवाल आदि ने नगर में बस स्टेशन बनवाए जाने की मांग की है।