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खतरे के निशान से डेढ़ मीटर दूर सई

तेजी से बढ़ रहा सई नदी का पानी खतरे के निशान से सिर्फ एक मीटर 64 सेमी की दूरी पर है। बाढ़ से नदी के तटीय इलाकों की करीब पांच हजार की आबादी प्रभावित...

तेजी से बढ़ रहा सई नदी का पानी खतरे के निशान से सिर्फ एक मीटर 64 सेमी की दूरी पर है। बाढ़ से नदी के तटीय इलाकों की करीब पांच हजार की आबादी प्रभावित...
1/ 2तेजी से बढ़ रहा सई नदी का पानी खतरे के निशान से सिर्फ एक मीटर 64 सेमी की दूरी पर है। बाढ़ से नदी के तटीय इलाकों की करीब पांच हजार की आबादी प्रभावित...
तेजी से बढ़ रहा सई नदी का पानी खतरे के निशान से सिर्फ एक मीटर 64 सेमी की दूरी पर है। बाढ़ से नदी के तटीय इलाकों की करीब पांच हजार की आबादी प्रभावित...
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हिन्दुस्तान टीम,प्रतापगढ़ - कुंडाSun, 19 Sep 2021 11:31 PM
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प्रतापगढ़। तेजी से बढ़ रहा सई नदी का पानी खतरे के निशान से सिर्फ एक मीटर 64 सेमी की दूरी पर है। बाढ़ से नदी के तटीय इलाकों की करीब पांच हजार की आबादी प्रभावित हो चुकी है। खतरे के निशान पर पहुंचने के बाद और बड़ी आबादी इसकी चपेट में आ सकती है। हैरानी की बात है कि जिला प्रशासन नदी के खतरे का निशान पार करने का इंतजार कर रहा है। उसके बाद अपनी तैयारी शुरू करने की बात कह रहा है।

तीन दिन की मूसलाधार बारिश से उफनाई सई के पानी से बेल्हा देवी धाम के आसपास की करीब पांच हजार की आबादी अब तक प्रभावित हो चुकी है। नदी का पानी घरों में घुसने बाद बड़ी संख्या में लोगों ने अपना घर छोड़कर दूसरी जगह शरण ली है। ऐसे परिवार लगातार जलस्तर पर नजर रख रहे हैं।

वहीं, बारिश रुकने के तीन दिन बाद भी सई नदी का पानी लगातार तेजी से बढ़ रहा है। रविवार को भी सई का जलस्तर बढ़ रहा है। हालांकि बीते दो दिनों की अपेक्षा इसकी रफ्तार रविवार को कम रही। शुक्रवार को सई का जलस्तर 82.10 मीटर था लेकिन शनिवार को यह बढ़कर 83.57 मीटर हो गया था। रविवार को जलस्तर 84.10 मीटर पहुंच गया जबकि खतरे का निशान 85.74 मीटर है।

एडीएम शत्रोहन वैश्य ने बताया कि दो दिनों की अपेक्षा पानी बढ़ने की रफ्तार रविवार को कुछ कम रही। लेकिन सोमवार को अगर जलस्तर बढ़ता रहा तो प्रशासनिक तैयारियां तेज कर दी जाएंगी। लोगों को ठहराने के लिए सरकारी भवनों में इंतजाम किए जाएंगे।

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