रकम न देने पर रात में सीएचसी से प्रसूता को निकाला
स्वास्थ्य विभाग भले ही सरकारी अस्पताल में प्रसूताओं को सुविधाएं देने का दावा करता हो, लेकिन कुंडा में ऐसा कुछ नहीं है। प्रसव के नाम पर मुंहमांगी रकम न देने पर प्रसूता को बदसलूकी करते हुए आधी रात बाहर...
स्वास्थ्य विभाग भले ही सरकारी अस्पताल में प्रसूताओं को सुविधाएं देने का दावा करता हो, लेकिन कुंडा में ऐसा कुछ नहीं है। प्रसव के नाम पर मुंहमांगी रकम न देने पर प्रसूता को बदसलूकी करते हुए आधी रात बाहर निकाल दिया गया। उसे निजी चिकित्सालय जाना पड़ा।
सहिबापुर के वीरेन्द्र कुमार ने सीएम के पोर्टल पर इसकी शिकायत की है। बताया कि उसकी पत्नी शकुन्तला को बुधवार को प्रसव पीड़ा हुई। वह एएनएम सेन्टर ले गया तो पता चला कि बच्चा पेट में ही मर गया है। वह सीएचसी कुंडा गया तो वहां स्टाफ नर्स ने उसे भर्ती कर लिया। आधी रात स्टाफ नर्स ने कहा कि 10 हजार रुपये दो तभी प्रसव कराया जाएगा। उसने रकम देने से असमर्थता जताई तो अभद्रता करते हुए रात करीब एक बजे सीएचसी से बाहर निकाल दिया। मजबूरी में उसे नर्सिंग होम ले जाकर पत्नी को भर्ती कराना पड़ा।