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हरिवंश 1949 में आए थे आखिरी बार, अमिताभ का इंतजार

बाबूपट्टी में डॉ. हरिवंश राय बच्चन आखिरी बार वर्ष 1949 में आए थे। वह परिवार में आयोजित एक मांगलिक कार्यक्रम में शामिल होने के बाद इलाहाबाद चले गए थे। उसके बाद अब तक बच्चन परिवार का कोई भी सदस्य...

हरिवंश 1949 में आए थे आखिरी बार, अमिताभ का इंतजार
हिन्दुस्तान टीम,प्रतापगढ़ - कुंडाWed, 21 Oct 2020 11:32 PM
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बाबूपट्टी में डॉ. हरिवंश राय बच्चन आखिरी बार वर्ष 1949 में आए थे। वह परिवार में आयोजित एक मांगलिक कार्यक्रम में शामिल होने के बाद इलाहाबाद चले गए थे। उसके बाद अब तक बच्चन परिवार का कोई भी सदस्य पारिवारिक रिश्तों को मजबूती देने नहीं आया। 2006 में जया बच्चन आईं जरूर लेकिन उनका आना सरकारी तौर पर था। गांव के लोगों को आज भी अमिताभ बच्चन के आने का इंतजार है।

यूं तो हरिवंश राय बच्चन ने बाबूपट्टी से जाने के बाद खुद को इलाहाबाद में ही पूरी तरह से सीमित कर लिया था। गांव से उनका रिश्ता तकरीबन खत्म था, लेकिन पारिवारिक आयोजनों में उनका गांव आना-जाना था। गांव के राजेंद्र कुमार श्रीवास्तव बताते हैं कि वर्ष 1949 में उनके ताऊ शारदा प्रसाद के बुलावे पर परिवार के आयोजन में हरिवंश राय बच्चन आखिरी बार आए थे। इसके बाद से बच्चन परिवार का कोई भी सदस्य बाबूपट्टी नहीं आया। हालांकि बाबूपट्टी के लोग इलाहाबाद उनसे मिलने के लिए बराबर आते-जाते रहे। वर्ष 1985 में अमिताभ बच्चन इलाहाबाद से चुनाव लड़ रहे थे। इसमें बाबूपट्टी के लोग भी प्रचार करने के लिए गए थे।

हालांकि चुनाव के दौरान किसी की भी मुलाकात अमिताभ बच्चन से नहीं हुई थी। वर्ष 2006 में जया बच्चन हरिवंश राय बच्चन स्मारक पुस्तकालय का उद्घाटन करने जरूर आई थी लेकिन उनका यह कार्यक्रम पूरी तरह से सरकारी था। उद्घाटन करने के बाद वह यहां से लौट भी गई थीं। लोगों का कहना है कि अमिताभ बच्चन और उनका परिवार बड़े सेलिब्रिटी हैं। उनकी व्यस्तता और सुरक्षा गांव आने में बाधा हो सकती है। हालांकि अगर अमिताभ बच्चन पुरखों की माटी को नमन करने आते हैं तो यह सभी के लिए गर्व की बात होगी। गांव और परिवार के लोगों को अमिताभ बच्चन के बाबूपट्टी आने का इंतजार है।

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