हाल-ए-गांव : हालात विपरीत पर सजगता से भगाया संक्रमण
नगर पंचायत बनने की ओर अग्रसर बिहार ब्लॉक की पुरानी बाजार डेरवा के लोग भी असमय मौतों के शिकार हुए। ग्राम पंचायत डेरवा सबलगढ़ में जुखाम-बुखार की...
नगर पंचायत बनने की ओर अग्रसर बिहार ब्लॉक की पुरानी बाजार डेरवा के लोग भी असमय मौतों के शिकार हुए। ग्राम पंचायत डेरवा सबलगढ़ में जुखाम-बुखार की चपेट में आने से डेढ़ माह में 10 लोगों की मौत हो गई। बाजार में भीड़ भी कभी कम नहीं हुई। इसके बाद भी ग्रामसभा के लोगों ने अपनी सजगता से बीमारी से मुक्ति पा ली। इस वक्त गांव में कोई भी कोरोना संक्रमित नहीं है।
प्रतापगढ़-कुंडा मार्ग पर जेठवारा थाने से चार किलोमीटर दूर स्थित डेरवा सबलगढ़ ग्राम पंचायत की आबादी 10 हजार से अधिक है। करीब पांच किलोमीटर के दायरे में स्थित डेरवा सबलगढ़ ग्राम पंचायत के डेरवा बाजार में 3 बैंक के साथ डाकघर, डिग्री कॉलेज, मैरेज हाल और करीब 400 दुकानें हैं। डेरवा सबलगढ़ ग्राम पंचायत की बाजार और अन्य पुरवों में लोगों के जुकाम, बुखार की चपेट में आने के बाद मौतों का सिलसिला चार अप्रैल से शुरू हुआ था। दर्जनों लोग जुकाम बुखार की चपेट में आए लेकिन खुद को घर में आइसोलेट करते हुए दवा लेकर स्वस्थ हो गए। 19 अप्रैल को पंचायत चुनाव होने के बाद एक बार फिर जुकाम-बुखार का दौर चला और मौतों का सिलसिला शुरू हो गया। दो-चार दिन की बीमारी में ही बाजार के साथ ही ग्राम पंचायत के अन्य पुरवों के 10 लोगों की डेढ़ माह में मौत हो गई। इसमें निवर्तमान ग्राम प्रधान सजनलाल भी शामिल रहे।
इधर, ग्राम पंचायत में मौतों का सिलसिला चलने के बाद भी बाजार में भीड़ बरकरार रही। आसपास के करीब 10 किलोमीटर तक के लोगों का बाजार में आवागमन होता रहा। इसके बाद भी बीमारी की चपेट में आए लोग कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए स्वस्थ हो गए। बाजार के आशीष मिश्र व गिरीश केसरवानी ने बताया कि बाजार में लगातार दूर के लोगों का आवागमन बना रहता है। इससे संक्रमण का डर लगा रहता है। इसके बाद भी ग्रामसभा में होने वाली मौतों को देखते हुए लोगों ने खुद को सुरक्षित रखा और संक्रमण से बचाव किया। बाजार के अशोक कुमार ने बताया कि यहां सरकारी स्वास्थ्य सुविधा के नाम पर सिर्फ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है। ऐसे में इलाके के लोगों ने बीमार होने की दशा में बाजार के निजी चिकित्सकों से दवा ली और खुद को घर में आइसोलेट करते हुए स्वस्थ हो गए। आज भी बाजार में प्रतिदिन भारी भीड़ उमड़ रही है, लेकिन स्थानीय लोग कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए सजगता से खुद को संक्रमण से बचा रहे हैं।
इन लोगों ने तोड़ा दम
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1 कलामुन निशा (65) 4 अप्रैल
2 मुंशी मनिहार (62) 25 अप्रैल
3 विट्टन देवी (62) 25 अप्रैल
4 सजनलाल (65) 28 अप्रैल
5 हबीब (60) 30 अप्रैल
6 नज़रीन बानो (35) 4 मई
7 ननका देवी (55) 5 मई
8 कैसर जहां (58) 12 मई
9 कुबीन (68) 21 मई
10 खैरुन्निसा (70) 22 मई
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गंदगी, जलभराव बड़ी समस्या
जेठवारा। डेरवा सबलगढ़ ग्राम पंचायत की बाजार में गंदगी और जलभराव की बड़ी समस्या है। पिछले दिनों हुई बारिश में जलभराव के कारण अब भी दिक्कत बनी हुई है। दुकानें अधिक होने के कारण कूड़ा भी प्रतिदिन भारी मात्रा में इकट्ठा होता है और सफाई नहीं हो पाती। जल निकासी की समुचित व्यवस्था न होने के कारण बारिश का पानी सड़क पर ही जमा हो जाता है और लोगों को आवागमन में असुविधा होती है। संक्रमण के खतरे और गंदगी को देखते हुए नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान मोहम्मद अफजल ने सोमवार को बाजार की सड़क, दुकान के बाहर व नालियों को सेनेटाइज कराया।
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खुलवाया शटर तो निकले दर्जनभर ग्राहक
जेठवारा। डेरवा बाजार में सोमवार सुबह भी ग्राहकों की भीड़ उमड़ पड़ी। कोरोना कर्फ्यू में प्रतिबंधित दुकानें भी खुली रहीं। इससे बाजार में सोशल डिस्टेंसिंग ध्वस्त हो गई। करीब 11 बजे पहुंची जेठवारा पुलिस दुकानें बंद कराने लगी। इस दौरान पुलिस ने एक दुकान का शटर खुलवाया तो उसमें से दर्जनभर ग्राहक बाहर निकले। इस पर पुलिसकर्मियों ने दुकानदार को फटकार भी लगाई।