शहीद अनूप के अंतिम संस्कार में फफक पड़े दर्जनभर गांव
कानपुर में शहीद हुए दरोगा अनूप सिंह के अंतिम संस्कार में शनिवार को आसपास के दर्जनभर गांव के लोग उमड़ पड़े। विधायक, सीडीओ व एसपी के साथ मानधाता ब्लॉक के सैकड़ों नेता, प्रधान व समाजसेवियों की मौजूदगी में...
कानपुर में शहीद हुए दरोगा अनूप सिंह के अंतिम संस्कार में शनिवार को आसपास के दर्जनभर गांव के लोग उमड़ पड़े। विधायक, सीडीओ व एसपी के साथ मानधाता ब्लॉक के सैकड़ों नेता, प्रधान व समाजसेवियों की मौजूदगी में राजकीय सम्मान व सलामी के साथ अंतिम संस्कार हुआ। गांव के बाग में पिता ने चिता को आग लगाई तो हजारों की भीड़ फफक पड़ी।
कानपुर में गुरुवार रात दबिश के दौरान शहीद हुए मानधाता के बेलखरी निवासी सब इंस्पेक्टर अनूप सिंह का शव पुलिस की कड़ी सुरक्षा में शुक्रवार रात करीब सवा बजे बेलखरी लाया गया। शव आने की आहट मिलते ही रोते-रोते सूख चुकी परिजनों की आंखों से फिर आंसुओं की धार बहने लगी। रातभर सुबकने की आवाजें आती रहीं। सुबह होते ही पुलिसवालों ने शव को लोगों के दर्शन के लिए दरवाजे के सामने रख दिया। विश्वनाथगंज के विधायक डॉ. आरके वर्मा, सपा नेता संजय पाण्डेय, सीडीओ डॉ. अमित पाल शर्मा, एसपी अभिषेक सिंह, एएसपी सुरेंद्र प्रसाद द्विवेदी, एसडीएम सदर मोहनलाल गुप्ता, सीओ, एसओ सहित मानधाता थाने के पुलिसवालों ने शहीद के शव पर पुष्प चक्र चढ़ाकर श्रद्धांजलि दी। शहीद की मां जड़ावती व पत्नी नीतू अंतिम दर्शन व श्रद्धांजलि देने उठीं तो सबका कलेजा दहलने लगा। करीब साढ़े 10 बजे दरवाजे पर पुलिस गार्द ने सलामी दी। फिर शहीद अनूप की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया। इसके बाद घर से करीब 200 मीटर दूर बाग में सजाई गई चिता के लिए शव यात्रा निकली तो रोने की आवाजें फिर तेज हो गईं। शव को एसपी, सीओ व अन्य पुलिसवालों ने भी कंधा दिया। बाग में चिता के पास तिरंगे में लिपटा अनूप का शव रखकर पुलिस के 14 जवानों ने राइफल से एक-एक राउंड सलामी फायर कर सम्मान किया। फिर तिरंगा उतारकर शव को चिता पर रखा गया। चिता को मुखाग्नि देते ही शहीद अनूप सिंह के पिता रमेश बहादुर सिंह बिलख पड़े।