
हाथ जोड़ती रही पुलिस, नहीं माना तो मारी गोली, सात घंटे बाद हाईवोल्टेज ड्रामे का अंत
संक्षेप: कन्नौज में तीन बच्चों की मां के प्यार में पागल युवक ने तमंचा लेकर प्रेमिका के बेटे को बंधक बना लिया। पुलिस मौके पर पहुंची और समझाती रही। हाथ जोड़ती रही। सात घंटे तक हाई वोल्टेज ड्रामा चला। प्रेमी नहीं माना तो पुलिस ने मासूम को सुरक्षित किया और गोली मारकर युवक को दबोच लिया।
यूपी के कन्नौज में तीन बच्चों की मां को हासिल करने के लिए उसके बेटे को तमंचे की नोक पर बंधक बनाने वाले प्रेमी का हाईवोल्टेज ड्रामा पुलिस ने सात घंटे बाद खत्म करने में सफलता हासिल कर ली है। पुलिस सुबह से शाम तक प्रेमी को समझाने का प्रयास करती रही। हाथ जोड़कर उसे मासूम को छोड़ने की गुहार लगाती रही। इसके बाद भी वह नहीं माना तो एसओजी बुला ली गई। एसएसपी भी मौके पर पहुंच गए। पहले मासूम को पुलिस ने अपने कब्जे में लिया फिर प्रेमी को जकड़ने की कोशिश की तो उसने गोली चला दी। पुलिस ने भी गोली मारकर उसे दबोच लिया। इस दौरान एसओजी प्रभारी भी चुटहिल हो गए। घायल प्रेमी को पहले सौ शैय्या अस्पताल ले जाया गया। वहां से मेडिकल कालेज तिर्वा रेफर कर दिया गया है। मासूम को भी पुलिस ने सकुशल बंधकमुक्त कराकर अस्पताल भिजवाया है
कांशीराम कालोनी के ब्लॉक नंबर 84 में शुक्रवार की दोपहर करीब 1 बजे तालग्राम थाना क्षेत्र के सलेमपुर गांव निवासी दीपू पुत्र अखिलेश अचानक आ धमका। यहां उसने तीन बच्चों की मां अपनी प्रेमिका के सभी बच्चों को कब्जे में लेकर उनसे मारपीट शुरू कर दी। कालोनी के लोगों ने किसी तरह दो बच्चों को तो उससे छुड़ा लिया। जबकि 8 वर्षीय प्रियांशू को उसने तमंचे की नोक पर कमरे में बंधक बना लिया।
पहले तो कालोनी के लोगों ने छुड़ाने का प्रयास किया, लेकिन गोली मार देने की धमकी के चलते वह लोग पीछे हट गए। लोगों की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने पहले तो काफी देर तक युवक को समझाने की कोशिश की, लेकिन वह कभी बच्चे, तो कभी अपनी कनपटी पर तमंचा सटाकर गोली मारने की धमकी देता रहा। इससे पुलिस पशोपेश में पड़ी थी। मामला बिगड़ते देख अपर पुलिस अधीक्षक अजय कुमार, क्षेत्राधिकारी सुरेश कुमार ने मौके पर गुरसहायगंज समेत कई थानों का पुलिस फोर्स बुला लिया। पुलिस पहले तो हाथ जोड़कर अनुनय-विनय करती रही, बाद में एसओजी टीम को भी मौके पर बुला लिया गया।
दोपहर एक बजे से पुलिस का शुरू हुआ रेस्क्यू आपरेशन करीब 7 घंटे बाद तब सफल हो पाया, जब पुलिस ने सर्तकता बरतते हुए पहले तो बंधक बनाए गए मासूम को सुरक्षित अपने कब्जे में ले लिया। इस बीच युवक ने फायर झोंक दिया। जबाबी कार्रवाई में पुलिस ने गोली चलाई। गोली उसके पैर में जा धंसी। घायल प्रेमी को एंबुलेंस से सौ शैय्या अस्पताल भिजवाया। वहां से गंभीर हालत में मेडिकल कालेज तिर्वा रेफर कर दिया गया। मुठभेड़ में एसओजी प्रभारी देवेश पाल के भी हाथ में चोंट आई है। उन्हें भी सौ शैय्या अस्पताल ले जाया गया।

लेखक के बारे में
Yogesh Yadavयोगेश यादव हिन्दुस्तान में डिप्टी न्यूज एडिटर के पद पर हैं।
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