सीतापुर पत्रकार हत्याकांड में पुलिस के हाथ लगे पुख्ता सबूत, जल्द खुलेगा राज, SHO समेत 4 पुलिसकर्मियों पर ऐक्शन
- यूपी के सीतापुर में पत्रकार राघवेंद्र बाजपेई हत्याकांड में पुलिस के हाथ पुख्ता सबूत लगे हैं। जल्द ही मामले का खुलासा होने की उम्मीद है। वहीं मामले में एसएचओ महोली समेत चार पुलिसकर्मियों पर विभाग ने ऐक्शन लिया है।

यूपी के सीतापुर में पत्रकार राघवेंद्र बाजपेई हत्याकांड में 60 घंटे से ज्यादा में पुलिस ने 60 से ज्यादा संदिग्धों से पूछताछ की है। बताया जा रहा है कि पुलिस के हाथ पुख्ता सबूत लगे हैं। जल्द ही मामले का खुलासा होने की उम्मीद है। पुलिस ने लेखपाल और एक पूर्व फौजी समेत कई अपराधिक पृष्ठभूमि के लोगों से पूछताछ की है। मामले के खुलासे के लिए पांच से ज्यादा टीमें लगी हैं। पुलिस घटना स्थल से घर के बीच रेकी करने वालों का भी पता लगा रही है।
मामले में एसपी चक्रेश मिश्रा ने बताया कि संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस कई नजरिए से घटना की जांच कर रही है। पूछताछ में कई अहम जानकारियां हाथ लगी हैं। जल्द ही खुलासा किया जाएगा। उधर, सोमवार को एसपी ने विभागीय कार्यवाही करते हुए एसएचओ महोली विनोद मिश्रा को लाइन हाजिर कर दिया है। वहीं थाना इमलिया सुल्तानपुर अंतर्गत घटनास्थल क्षेत्र के पदरखा चौकी इंचार्ज सतीश चंद्र, कांस्टेबल राजकुमार और नरेंद्र मोहन को निलंबित कर दिया है।
संसद में गूंजा महोली के पत्रकार की हत्या का मामला
समाजवादी पार्टी से धौरहरा सांसद आनंद भदौरिया ने महोली में पत्रकार राघवेंद्र वाजपेई की निर्मम हत्या का मुद्दा लोकसभा में उठाया। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की सीबीआई जांच कराई जाए। परिवार को 50 लाख की आर्थिक मदद दी जाए। इससे पूर्व रविवार देर शाम सांसद आनंद भदौरिया ने महोली जाकर राघवेंद्र बाजपेयी के परिवारीजन से मुलाकात कर शोक संवेदना जाहिर की थी। आनंद भदौरिया ने संसद में शून्यकाल में कहा कि उनके संसदीय क्षेत्र में पत्रकार राघवेंद्र बाजपेई की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई। उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इस घटना से पता चलता है कि राज्य में कानून- व्यवस्था की क्या स्थिति है। मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी देने की मांग की।
विधायक ने दोनों बच्चों को दी एफडी
मृतक पत्रकार के घर सोमवार सुबह से नेताओं के आने का सिलसिला शुरु हो गया। विधायक ज्ञान तिवारी ने घर पहुंचकर पीड़ित परिवार को शोक संवेदना व्यक्त की। मृतक के दोनों बच्चो आराध्य 10 वर्ष और स्मिता आठ वर्ष के नाम 51- 51 हजार की एफडी दी। पूर्व कार्यवाहक मुख्यमंत्री अम्मार रिजवी ने जिला प्रसाशन से महोली पत्रकार राघवेंद्र बाजपेई के परिजनों को 50 लाख रुपये की आर्थिक मदद न घटना के शीघ्र खुलासे की मांग की। पूर्व विधायक महेंद्र यादव समेत कई जनप्रतिनिधि पहुंचे।