
छाती पर आई लव मोहम्मद और हाथ में तिरंगा; प्रदर्शन कर रहे युवक को पुलिस ने दबोचा
संक्षेप: शामली मेंके एक युवक का सीने पर आई लव मोहम्मद लिखवाकर घूमने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने पुलिस हरकत में आ गई। बुधवार को उसको गिरफ्तार कर लिया। वहीं सभासद ने आरोपी युवक पर गाली गलौज करने और आपत्तिजनक शब्द कहने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया है।
यूपी के शामली में एक युवक का छाती पर आई लव मोहम्मद लिखवाकर घूमने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने पुलिस हरकत में आई और उसको गिरफ्तार कर लिया। वहीं सभासद ने आरोपी युवक पर गाली-गलौज करने और आपत्तिजनक शब्द कहने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया था। सीओ अमर दीप मौर्य ने बताया कि आरोपी दिलशाद को गिरफ्तार कर लिया है।

शहर कोतवाली के गांव कुड़ाना में निवासी करीब 35 वर्षीय दिलशाद ने सीने पर आई लव मोहम्मद लिखवाकर गांव से घूमते हुए शामली में भी प्रदर्शन करते हुए पहुंचा था। युवक ने छाती पर आई लव मोहम्मद और हाथ में तिरंगा लेकर रील बनाया था और इसे इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया था। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद शहर में चर्चा का विषय बन गया। जिसके बाद पुलिस ने भी वीडियो की छानबीन की। बुधवार को शामली शहर के वार्ड नंबर 23 सभासद निशिकांत संगल ने युवक के खिलाफ कोतवाली में तहरीर दी।
आरोप है कि 30 सितंबर को दिलशाद ने गन्ना समिति कार्यालय के पास उसके साथ गाली गलौज की और उसके धर्म के प्रति भी आरोपी युवक ने आपत्तिजनक शब्द कहे। आरोप यह भी है कि कुछ दिन पहले युवक ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, जिससे धार्मिक भावनाएं आहत हुई है। सभासद की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी दिलशाद के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है।
आई लव मोहम्मद पर पुलिस की कार्रवाई निंदनीय : मौ.मदनी
उधर, जमीयत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष एवं पूर्व राज्यसभा सांसद मौलाना महमूद मदनी ने आई लव मोहम्मद पर उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा की जा रही कार्रवाई की कठोर शब्दों में निंदा की है। उनहोंने कहा कि प्रदेश में समुदाय विशेष को चिह्नित कर कर उत्पीड़न कार्रवाई चिंताजनक है।
मंगलवार को मीडिया में जारी बयान में मौलाना महमूद मदनी ने कहा कि पैगंबर के बिना हमारा सब कुछ अधूरा है। यही वजह है कि मुसलमान पैगंबर मोहम्मद साहब के नाम पर किसी भी तरह का बलिदान देने से पीछे नहीं हटता। मौलाना मदनी ने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस का रवैया बेहद निंदनीय है। उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग की कि जनभावनाओं व धार्मिक पेशवाओं का सम्मान किया जाए और केवल नारों और पोस्टरों के आधार पर लोगों को गिरफ्तार कर जेल में डालने के अन्यायपूर्ण कृत्य से बचा जाए।





