एनकाउंटर में मारे गए असद की कब्र पर पुलिस रख रही नजर, सामने आई चौंकाने वाली वजह
- पुलिस टीम सादा कपड़ों में एनकाउंटर में मारे गए अपराधी असद की कब्र की निगरानी कर रही है। इसके पीछे चौंकाने वाली वजह सामने आई है। करीब 17 साल पहले छैमार गिरोह के रुड़की में मारे गये दो सदस्यों में से एक के शव को गिरोह के लोगों ने कब्र से निकालने का प्रयास किया था।

यूपी के मथुरा में चार दिन पहले पुलिस ने छैमार गिरोह के सरगना और एक लाख रुपये के इनामी फाती उर्फ असद को एनकाउंटर में मार गिराया था। असद के साथियों की पुलिस टीमें संभावित स्थलों पर तलाश कर रही हैं तो दूसरी ओर पुलिस टीम सादा कपड़ों में उसकी औरंगाबाद स्थित कब्र की निगरानी भी कर रही है। इसके पीछे चौंकाने वाली वजह सामने आई है। करीब 17 साल पहले छैमार गिरोह के रुड़की में मारे गये दो सदस्यों में से एक के शव को गिरोह के लोगों ने कब्र से निकालने का प्रयास किया था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक छैमार गिरोह अपने साथी के मारे जाने को बहुत अशुभ मानते हैं। इतना ही नहीं वह कब्र से अपने साथी के शव को भी ले जाने का प्रयास करते हैं।
बताते चलें कि रविवार तड़के कृष्ण कुंज कॉलोनी, एटीवी के पीछे स्थित एक खंडहर मकान में हुई मुठभेड़ के दौरान छैमार गिरोह का सरगना और एक लाख रुपये का इनामी फाती उर्फ असद मुठभेड़ में ढेर हो गया था। उसके तीन साथी मौके से भाग गये थे। इसके बाद से पुलिस भागे साथियों की तलाश कर रही है। दूसरी ओर फाती की कब्र की निगरानी भी कराई जा रही है।वर्ष-2007-08 में रुड़की में मुठभेड़ के दौरान मारे गये कादर और भूरा के शव दफन करा दिये गये थे। इसके बाद साथियों ने कादर की कब्र को खोद कर शव निकालने का प्रयास किया था। इसके चलते मथुरा पुलिस भी रात और दिन फाती की कब्र की सादा कपड़ों में निगरानी कर रही है। जिससे अगर कोई ऐसा प्रयास करे तो उसे दबोचा जा सके।
झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वालों की जानकारी में जुटी पुलिस फाती के साथियों के भूमिगत होने के बाद से पुलिस उनकी तलाश कर रही है। जिले में विभिन्न स्थलों पर झुग्गी-झोपड़ी डालकर रहने वालों की जानकारी करने में पुलिस जुटी है। पुलिस सूत्रों की मानें तो पुलिस टीमें मथुरा के अलावा अन्य स्थलों पर दबिश दे रही है। बदमाशों के मथुरा में भी छिपे होने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। इसको लेकर जिले भर में विभिन्न स्थलों पर रोड किनारे झुग्गी-झोपड़ियां डाल कर रहने वालों की भी पुलिस टीम जानकारी करने में जुट गयी है। इस दौरान वह कब से रह रहे हैं, क्या करते हैं, उनके आधार कार्ड हैं कि नहीं, अगर हैं तो कहां के हैं? हाल फिलहाल ही डेरा जमाने वालों की विशेष जानकारी की जा रही है।
इंस्पेक्टर को दे चुका था धमकी
फाती उर्फ असद बहुत ही खूंखार था। वह अपनी निगहवानी करने वाले से नफरत करता था। उसकी तलाश करने वाले पुलिस कर्मी को धमकी देने में भी नहीं चूकता था। पुलिस सूत्रों की मानें तो कन्नौज में एक डकैती की घटना हुई थी। इसमें फाती का नाम आया था। इसकी तलाश में एसटीएफ लगी थी तो तेज तर्रार इंस्पेक्टर इसकी धरपकड़ में लगे थे। इसकी जानकारी होने पर इसने इंस्पेक्टर को जान से मारने की धमकी दी थी।
शातिर खाता पीता आदि की तलाश
पुलिस सूत्रों की मानें तो छैमार गिरोह का सरगना असद उर्फ फाती के गिरोह में कई साथी बहुत ही खूंखार हैं। इनमें से वर्ष-2023 में मुजफ्फरनगर पुलिस ने मुठभेड के दौरान राशिद उर्फ चलता फिरता मारा था। इसके बाद रविवार तड़के मथुरा पुलिस के साथ मुठभेड़ में फाती उर्फ असद मारा गया था। पुलिस सूत्रों की मानें तो इसके साथियों में बदमाश खाता-पीता और अन्य की तलाश की जा रही है।
क्या बोली पुलिस
एसपी क्राइम अवनीश कुमार मिश्रा ने कहा कि छैमार गिरोह के सदस्य काफी खूंखार हैं। अक्सर अपने नाम, पता व स्थान बदलते रहते हैं। खाता पीता नाम की आधिकारिक पुष्टि नहीं है,लेकिन वह अपने गिरोह के इसी प्रकार के अजीबो-गरीब नाम रखते हैं। पुलिस टीमें भागे गिरोह के तीन सदस्यों की तलाश कर रही हैं। वहीं जिले में रोड किनारे डेरा डालकर रह रहे लोगों की भी जानकारी कराई जा रही है।