खारजा नहर में कूदकर युवक ने दी जान
कई सालों से ननिहाल में रहने वाले युवक ने खारजा नहर में छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली। सूचना पर पुलिस के साथ ही प्रशासनिक अधिकारी भी पहुंच गए। गोताखोरों के घंटों जूझने के बाद सफलता न मिलने पर एसएसबी ने...
कई सालों से ननिहाल में रहने वाले युवक ने खारजा नहर में छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली। सूचना पर पुलिस के साथ ही प्रशासनिक अधिकारी भी पहुंच गए। गोताखोरों के घंटों जूझने के बाद सफलता न मिलने पर एसएसबी ने युवक का शव नहर से निकाला। सूचना मिलते ही सैकड़ों की संख्या में लोग नहर के पास पहुंच गए।
माधोटांडा क्षेत्र के गांव पताबोझी के रहने वाला मुनीश पुत्रराम चंद्र कई सालों से मैनाकोट में अपनी ननिहाल में रहता था। बुधवार दोपहर मुनीश ने माधोटांडा के पास खारजा नहर के पुल से पानी में छलांग लगा दी। युवक के नहर में कूदते ही ढाबों पर मौजूद लोग चीखते चिल्लाते हुए नहर किनारे पहुंच गए। लोगों के पहुंचने से पहले ही युवक नहर के गहरे पानी में डूब गया। वहां मौजूद लोगों ने घटना के बारे में पुलिस को सूचना दी। इस पर माधोटांडा पुलिस के साथ ही एसडीएम चंद्रभानु सिंह भी मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने गोताखोरों से नहर में कूदे युवक को बाहर निकलवाने का प्रयास किया लेकिन घंटों की मेहनत के बाद भी गोताखोर युवक को नहीं ढूंढ सके। सूचना मिलते ही मुनीश के परिजन और ननिहाल के लोग भी पहुंच गए। उन्होंने पुल के पास मिली चप्पल से युवक की पहचान मुनीश के रूप में की। गोताखोरों को सफलता न मिलने पर पुलिस ने नगरिया कट एसएसबी चौकी के जवानों को मदद के लिए बुलाया। पहुंचे जवानों ने मोटरवोट के सहारे कई घंटों तक नहर में युवक के शव की खोजबीन की। शाम को युवक का शव पुल से काफी दूर गहरे पानी से जवानों ने बमुश्किल निकाला। शव के बाहर निकलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। उन्होंने बताया कि मृतक मुनीश मंगलवार को अपने घर पताबोझी गया था। उसकी मानसिक हालत ठीक नहीं थी।