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जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो कोर्ट जाएंगे ग्रामीण

करीब डेढ़ साल पहले ग्रामीणों ने शपथ पत्र के साथ ग्राम पंचायत में हुए घोटाले की शिकायत की थी। तब से आज तक जांच पूरी नहीं हो सकी। इधर जांच के इंतजार में ग्रामीणों का सब्र टूटता जा रहा है। लगातार...

जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो कोर्ट जाएंगे ग्रामीण
हिन्दुस्तान टीम,पीलीभीतThu, 27 Sep 2018 02:45 PM
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करीब डेढ़ साल पहले ग्रामीणों ने शपथ पत्र के साथ ग्राम पंचायत में हुए घोटाले की शिकायत की थी। तब से आज तक जांच पूरी नहीं हो सकी। इधर जांच के इंतजार में ग्रामीणों का सब्र टूटता जा रहा है। लगातार अधिकारियों के चक्कर लगाने के बाद भी उन्हें कोई संतोषजनक उत्तर नहीं मिल रहा। ग्रामीणों ने बताया कि अगर अब जल्द मामले में कार्रवाई नहीं हुई तो मजबूरन कोर्ट की शरण में जाना पड़ेगा।

मामला अमरिया विकास खंड के ग्राम पंचायत सिमरिया गौसु का है। इस ग्राम पंचायत में विकास कार्यों की जांच पिछले डेढ़ साल से चल रही है, जो आज तक पूरी नहीं हो सकी। ग्रामीणों ने बताया कि सचिव अमित श्रीवास्तव के भाई एक विधायक के खास हैं। उन्हीं के दबाव में जांच नहीं हो रही है। इतना ही नहीं विभाग से कई बार सचिव को नोटिस भेजकर स्पष्टीकरण मांगा गया पर कोई जवाब नहीं आया। ग्रामीणों ने बताया कि इस मामले में डीपीआरओ भी कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे रहे हैं। करीब छह महीना पहले जांच अधिकारियों ने आधी-अधूरी जांच कर सौंपी थी, जिस पर डीएम ने नाराजगी जताते हुए दोबारा जांच के निर्देश दिए। साथ ही डीएम ने कहा था कि 15 दिन के अंदर ठीक से जांच कर रिपोर्ट सौंपे। पर आज छह महीना गुजर गए पर जांच शुरु तक नहीं हो सकी। ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम निधि के खाते खाली हो चुकी हैं पर गांव में विकास के नाम पर कोई काम नहीं हुआ। 20-20 हजार रुपये लेकर कई अपात्रों का आवास दिए जा चुके हैं, पर गरीब छप्परपोश घर में रहने को मजबूर हैं। शौचालय निर्माण में दो-दो हजार रुपये की वसूली की गई है। इधर विभागीय सूत्रों की माने तो गांव में जो विकास कार्य कागजों पर दिखाए गए हैं वह वास्तव में हुए ही नहीं है, तो जांच कहां से पूरी होगी।

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