बीसलपुर में दिग्गजों पर भारी रहे विवेक वर्मा
बीसलपुर विस चुनाव के आए परिणाम ने कई रिकार्ड ध्वस्त कर दिये। भाजपा ने ऐतिहासिक जीत हासिल की तो वहीं पहली बार सपा मुख्य मुकाबले में दिखाई...

बीसलपुर विस चुनाव के आए परिणाम ने कई रिकार्ड ध्वस्त कर दिये। भाजपा ने ऐतिहासिक जीत हासिल की तो वहीं पहली बार सपा मुख्य मुकाबले में दिखाई दी।
बीसलपुर विस सीट पर वर्ष 2022 के चुनाव में भाजपा, सपा, बसपा सहित 14 प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे। दो पूर्व मंत्रियों रामसरन वर्मा व अनीस अहमद खां फूलबाबू की प्रतिष्ठा दांव पर थी। बुरे दौर से गुजर रही कांग्रेस के टिकट पर 2017 के चुनाव में अनीस खां ने 62 हजार से अधिक वोट पाकर अपनी ताकत कम नहीं होने दी। वहीं बसपा प्रत्याशी रहीं दिव्या गंगवार 45 हजार से अधिक वोट पाने में सफल रहीं। सपा इस सीट पर मुकावले में नहीं रही थी। मुख्य मुकावला बसपा व भाजपा के बीच ही 2007 के बाद रहा है। इस सीट पर इस बार त्रिकोणींय मुकावला का अनुमान था। राजनैतिक विश्लेष्कों का अनुमान था कि हारजीत का अंतर पांच से दस हजार होगा। पर परिणामों ने सभी को चौंका दिया। बसपा प्रत्याशी फूलबाबू को मात्र 35 हजार वोट से संतोष करना पड़ा। वहीं सपा प्रत्याशी दिव्या गंगवार 70 हजार वोट पाने के बाद भी भाजपा प्रत्याशी विवेक वर्मा के मुकाबले लड़ाई में नहीं दिखाई दीं। यहां विधायक विवेक वर्मा ने पिता की सीट पर इतिहास दोहरा दिया। उनकी जीत तय करने के लिए पूर्व विधायक रामसरन वर्मा की रणनीति व कुशल प्रबंधन सबसे बड़ा कारण रहा।
