गांव किनारे पहुंचे दो भालू, नाराज ग्रामीणों ने वन कर्मचारियों को दौड़ाया
दो भालूओ को ग्रामीणों ने दौड़ा दिया। सूचना पर पहुंचे वन कर्मचारियों ने इसका विरोध किया तो गुस्साए ग्रामीणों ने वन कर्मियों को भी लाठी डंडा लेकर दौड़ा दिया। सूचना पर सामाजिक वानिकी के वन्यजीव निदेशक ने...
दो भालूओ को ग्रामीणों ने दौड़ा दिया। सूचना पर पहुंचे वन कर्मचारियों ने इसका विरोध किया तो गुस्साए ग्रामीणों ने वन कर्मियों को भी लाठी डंडा लेकर दौड़ा दिया। सूचना पर सामाजिक वानिकी के वन्यजीव निदेशक ने टीम के साथ मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल की। भीड़ को काबू करने के लिए माधोटांडा पुलिस भी मौके पर पहुंची।
पीलीभीत टाइगर रिजर्व की सीमा से लगातार वन्यजीव आबादी की ओर रुख कर रहे हैं। बुधवार सुबह कलीनगर तहसील क्षेत्र के गांव पिपरिया संतोष निवासी माखनलाल के खेत में दो भालूओ को गांव के रहने वाले देवेंद्र ने देखा। युवक ने इसकी सूचना गांव पहुंचकर ग्रामीणों को दी। इसपर सैकड़ों ग्रामीण लाठी डंडा लेकर खेतों की तरफ पहुंच गए।
ग्रामीणों के खदेड़ने के बाद एक भालू जंगल की ओर चला गया। वहीं दूसरा सड़क के किनारे झाड़ियों में छुप गया। सूचना मिलने के बाद फॉरेस्ट गार्ड हर्षित मिश्रा, बादशाह, मुन्ने, रामप्रसाद मौके पर पहुंच गए। वनकर्मियों ने भालुओं को भगाने का ग्रामीणों से विरोध किया। इस पर गुस्साए ग्रामीणों ने वन कर्मियों को दौड़ा दिया।
वन कर्मचारियों ने भागकर जान बचाई। इस दौरान फॉरेस्ट गार्ड का फोन भी गिर गया। सूचना पर सामाजिक वानिकी के वन्यजीव निदेशक संजीव कुमार, प्रभारी रेंजर मोहम्मद अय्यूब हसन, वन दरोगा अजमेर सिंह, और पीलीभीत टाइगर रिजर्व के वन कर्मचारी टीम के साथ पहुंच गए। भीड़ को काबू करने के लिए माधोटांडा थाना प्रभारी शहरोज अनवर भी पुलिस फोर्स के साथ पहुंचे और समझाकर मामला शांत किया।