गन्ने की फसल के बीच गुर्राया बाघ, भगाने के लिए खुद ही हथियार लेकर खेत पर पहुंच गए ग्रामीण
लंबे समय बाद बाघ की दहशत हुई है। इस बार न्यूरिया क्षेत्र में ग्रामीण दहशत में हैं। कई माह बाद न्यूरिया क्षेत्र में बाघ की दस्तक से यहां की आवाम सन्न रह है। बाघ के बारे में सूचना वन अफसरों को देते हुए...
लंबे समय बाद बाघ की दहशत हुई है। इस बार न्यूरिया क्षेत्र में ग्रामीण दहशत में हैं। कई माह बाद न्यूरिया क्षेत्र में बाघ की दस्तक से यहां की आवाम सन्न रह है। बाघ के बारे में सूचना वन अफसरों को देते हुए क्षेत्रीय कुछ ग्रामीणों ने हाथो में तलवार और धारदार चीजें लेकर कॉबिंग की। हालांकि वन कर्मी भी मौके पर पहुंच गए थे पर गन्ने के खेत में जाने से कतरा रहे थे।
बनकटी रोड पर पीलीभीत टाइगर रिजर्व कार्यालय से चंद किलोमीटर की दूरी पर ही देखे गए बाघ की दस्तक से सूचना ऐसी फैली कि ग्रामीण समूह में लामबंद हो गए। यहां गांव टाह के अंतर्गत किसान गुरनाम सिंह सुबह के वक्त करीब नौ बजे खेतों में गए थे। वहां फसल में कुछ आहट होने पर वे फसले के अंदर ही चले गए। तब उन्होंने देखा कि मंगल सिंह के गन्ने के खेते में बाघ बैठा था। वे वहां से उल्टे पांव दौड़े और ग्रामीणों को जाकर जानकारी दी।
इस पर ग्रामीण जुटे और उन्होंने वन र्किमयों को जानकारी दी। इससे पूर्व ही ग्रामीणों ने लामबंद होकर खेतों में धारदार हथियारों को हाथ में लेकर कॉंबिंग की और बाघ को भगाने की कोशिशें कीं। इधर वन कर्मी भी मौके पर पहुंच गए। पर खेतों में खड़ी गन्ने की लंबी फसल में जाने से कुछ कतराने लगे। मौके पर बाघ के पद चिन्ह मिलें हैं। डिप्टी डायरेक्टर पीलीभीत टाइगर रिजर्व को मामले में जानकारी दे दी गई है।