रास्ते पर आए वनराज तो बाइक सवार का छूटा पसीना
गजरौला क्षेत्र के गांव अजीतपुर पटपरा के बाद अब बाघ की चहलकदमी गांव लालपुर मे फिर से हो गई है। बाघ गन्ने के खेत में डेरा जमाए है। खेत से निकलकर बाघ रास्ते पर आ गया। कच्चे रास्ते पर बाघ को खड़ा देखकर...
गजरौला क्षेत्र के गांव अजीतपुर पटपरा के बाद अब बाघ की चहलकदमी गांव लालपुर मे फिर से हो गई है। बाघ गन्ने के खेत में डेरा जमाए है। खेत से निकलकर बाघ रास्ते पर आ गया। कच्चे रास्ते पर बाघ को खड़ा देखकर उधर से गुजर रहे बाइक सवार की सिट्टी पिट्टी गुम हो गई। सामने बाघ आया तो वह पसीना से तरबतर हो गया। करीब दस मिनट के बाद जब बाघ गन्ने के खेत में गया तो बाइक सवार ने गाड़ी को पीछे कर गांव की दौड़ लगा दी। बाघ होने की सूचना वन विभाग को दी गई है।
दमगढ़ी के रहने वाले नरेंद्र सिंह अपने घर से बाइक से गांव लालपुर के रहने वाले होराम सिंह व श्रीपाल घर आ रहे थे। जब वह गांव लालपुर के पास पहुंचा तो देखा कि गांव के रहने वाले हरप्रसाद के खेत के पास रास्ते पर बाघ खड़ा था। बाघ बीच रास्ते में खड़ा था और वहां पर आसपास कोई नहीं था। बाघ को देखकर नरेन्द्र सिंह के होश उड़ गए और पसीना से तरबतर हो गया। करीब दस मिनट तक बाघ रास्ते पर ही खड़ा रहा। इसके बाद बाघ पास के ही गन्ने के खेत में चला गया। बाघ के जाने के बाद बाइक सवार ने रास्ता बदल दिया और वापस अपने घर लौट गया। बाघ के गांव के पास होने से लोगों में दहशत बनी हुई है। इसकी सूचना वन विभाग को दी गई है। इससे पहले बाघ गांव के आसपास कई पशुओं को खेत पर मार चुका है। करीब 20 दिनों से बाघ की चहलकदमी नहीं थी। अब फिर से बाघ की मौजूदगी से ग्रामीणों में दहशत बनी हुई है।