सख्ती से लगातार कम हो रहे हैं परीक्षा देने वाले
यूपी बोर्ड परीक्षा नकल विहीन कराने को बरती जा रही सख्ती परीक्षार्थियों पर भारी पड़ रही है। बीते कुछ सालों से लगातार घट रही परीक्षार्थियों की संख्या से इसकी तस्दीक हो रही है। वर्ष 2014-15 की बोर्ड...
यूपी बोर्ड परीक्षा नकल विहीन कराने को बरती जा रही सख्ती परीक्षार्थियों पर भारी पड़ रही है। बीते कुछ सालों से लगातार घट रही परीक्षार्थियों की संख्या से इसकी तस्दीक हो रही है। वर्ष 2014-15 की बोर्ड परीक्षा से शुरू हुई परीक्षार्थियों की संख्या में गिरावट इस बार तक जारी है। बीते वर्ष की बोर्ड परीक्षा में 51,303 पंजीकृत परीक्षार्थी थे जो इस बार घट कर 47,950 रह गए हैं। यह गिरावट रेगुलर परीक्षार्थियों के साथ ही प्राइवेट परीक्षार्थियों की संख्या में भी हो रही है।
यूपी बोर्ड परीक्षा नकल विहीन करना बीते कुछ सालों तक माध्यमिक शिक्षा परिषद के लिए खासा चुनौती भरा रहता था। व्यवस्थाओं की नाकामी के चलते परीक्षा केन्द्रों पर खुलेआम नकल होना कोई आश्चर्य की बात नहीं थी। यही वजह थी बोर्ड परीक्षा में नकल माफियाओं का बोलबाला रहता था। नकल माफियाओं का दखल परीक्षा केन्द्र निर्धारण से लेकर परीक्षा केन्द्रों पर परीक्षा पूरी होने तक बना रहता था। बीते कुछ सालों से बोर्ड परीक्षा के लिए परीक्षार्थियों के नामांकन से लेकर परीक्षा कराने तक की व्यवस्थाओं में हो रहे बदलाव से नकल माफियाओं का दखल कम हुआ है तो इससे बोर्ड परीक्षा के परीक्षार्थियों की संख्या में भी लगातार गिरावट देखी जा रही है। जिले में बोर्ड परीक्षार्थियों की संख्या में यह गिरावट वर्ष 2013-14 के बाद से ही होने लगी। वर्ष 2012- 13 की बोर्ड परीक्षा में पंजीकृत परीक्षार्थियों की संख्या 53,106 थी। इसके अगले साल वर्ष 2013-14 में यह संख्या बढ़कर 61,355 हो गई थी। इस वर्ष परीक्षार्थियों की संख्या में यह बढ़ोत्तरी आठ हजार से अधिक की रही। इसके बाद से ही परीक्षार्थियों की संख्या में गिरावट का सिलसिला शुरू हुआ जो अब तक बरकरार है।
वर्ष 2013-14 से वर्ष 2018-19 तक 13 हजार की आई गिरावट: वर्ष 2013-14 की बोर्ड परीक्षा में हाईस्कूल और इंटर के कुल पंजीकृत परीक्षार्थियों की संख्या 61,355 थी। इसके बाद से ही परीक्षार्थियों की संख्या में गिरावट शुरू हुई। तब से वर्ष 2014-15 की बोर्ड परीक्षा पंजीकृत परीक्षार्थियों की संख्या 57,085 थी। वर्ष 2015-16 में पंजीकृत परीक्षार्थियों की संख्या 55,859 हो गई। इसके बाद वर्ष 2016-17 में यह संख्या घटकर 54,836 हो गई। वर्ष 2017-18 में पंजीकृत परीक्षार्थियों की संख्या 51,305 थी। इस बार की बोर्ड परीक्षा में पंजीकृत परीक्षार्थियों की कुल संख्या 47,950 रह गई है। इस तरह जिले में यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटर की परीक्षा में शामिल होने वाले परीक्षार्थियों की संख्या में वर्ष 2013-14 से इस बार तक 13,405 की गिरावट आ गई है। परीक्षार्थियों की संख्या में गिरावट की मुख्य वजह कक्षा नौ से ही छात्र-छात्राओं का ऑन लाइन पंजीकरण होना, इसमें आधार की अनिवार्यता होना और परीक्षा में नकल रोकने के सख्त इंतजाम होना माना जा रहा है।
रेगुलर के साथ ही प्राइवेट परीक्षार्थियों की संख्या में भी गिरावट: बोर्ड परीक्षा में नकल रोकने के सख्त इंतजाम से रेगुलर के साथ ही प्राइवेट परीक्षार्थी भी घबरा रहे हैं। बीते कुछ सालों से लगातार गिर रही संख्या में रेगुलर के साथ ही प्राइवेट परीक्षार्थियों का भी योगदान है। परीक्षार्थियों की संख्या यह कमी छात्र और छात्राओं की संख्या में एक समान है। वर्ष 2017-18 में बोर्ड परीक्षा में कुल पंजीकृत 51,305 परीक्षार्थियों में से हाईस्कूल के 28,955 परीक्षार्थी थे तो इंटर के 22,348 परीक्षार्थी थे। हाईस्कूल के 28,955 परीक्षार्थियों में रेगुलर छात्रों की संख्या 16,865 और प्राइवेट छात्रों की संख्या 394 थी। रेगुलर छात्राओं की संख्या 11,484 थी तो प्राइवेट छात्राओं की संख्या 212 थी। इसी वर्ष इंटर के कुल 22,348 परीक्षार्थियों में रेगुलर छात्रों की संख्या 11,829 और प्राइवेट छात्रों की संख्या 702 थी। रेगुलर छात्राओं की संख्या 9,426 थी तो प्राइवेट छात्राओं की संख्या 391 थी। इस सत्र की बोर्ड परीक्षा में कुल पंजीकृत परीक्षार्थियों की संख्या 47,950 है। इनमें हाईस्कूल के 27,109 और इंटर के 20,841 परीक्षार्थी हैं। हाईस्कूल के 27,109 परीक्षार्थियों में से रेगुलर छात्रों की संख्या 13,337 और प्राइवेट की संख्या 310 है। रेगुलर छात्राओं की संख्या 11,294 और प्राइवेट छात्राओं की संख्या 177 है। इंटर के 20,841 परीक्षार्थियों में से रेगुलर छात्रों की संख्या 10,876 और प्राइवेट की संख्या 654 है। रेगुलर छात्राओं की संख्या 8,943 है तो प्राइवेट छात्राओं की संख्या मात्र 368 है। इस तरह बीते वर्ष की बोर्ड परीक्षा से इस बार की परीक्षा में रेगुलर के साथ ही प्राइवेट परीक्षार्थियों की संख्या में भी गिरावट आई है।