राज्य स्तरीय रवि उत्पादन गोष्ठी में पराली प्रबंधन पर दिया जोर
वीडियो कांफेंसिंग के माध्यम से गुरुवार को राज्य स्तरीय रवि उत्पादन गोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें पराली न जलाने और पराली का प्रबंधन का मुख्य बिन्दु रहा। यह गोष्ठी कृषि उत्पादन आयुक्त अलोक सिन्हा की...
वीडियो कांफेंसिंग के माध्यम से गुरुवार को राज्य स्तरीय रवि उत्पादन गोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें पराली न जलाने और पराली का प्रबंधन का मुख्य बिन्दु रहा। यह गोष्ठी कृषि उत्पादन आयुक्त अलोक सिन्हा की अध्यक्षता में संपंन हुई।
गोष्ठी में जिलास्तर के अफसरों को निर्देश दिए कि किसी भी दशा में पराली न जलाई जाए। उसकी जगह प्रबंधन किया जाए। अगर कहीं पराली जलाने के मामले सामने आते हैं तो संबंधित जिले के अफसर जिम्मेदार होंगे। गोष्ठी में कृषि उत्पादन आयुक्त कहा कि भारी सब्सिडी पर किसानों को यंत्र दें ताकि वह पराली का प्रबंधन कर सके। निदेशक कृषि संख्यकी ने फसल बीमा पर जोर दिया। इसमें उन्होंने कृषि विभाग के अफसरों को निर्देश दिए कि अधिक से अधिक किसानों की फलसों का बीमा कराए, ताकि आपदा में किसानों को राहत दी जाए। उन्होंने कहा कि बीमा को लेकर किसान गुमराह हो रहे है, उन्हें जागरुक किया जाए। प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना पर भी विस्तार से चर्चा की गई है। कहा गया कि जिन किसानों के आवेदनों में गलतियां है उन्हें जल्द से जल्द सही करा लिय जाए। इसी क्रम बीज उपलब्धता की जानकारी की गई। साथ ही खाद को लेकर भी अफसरों ने समीक्षा की।
साढ़े तीन घंटे चली गोष्ठी गोष्ठी सुबह 11 बजे से शुरू हुई, जो साढ़े तीन घंटे यानी ढ़ाई बजे तक चली है। गोष्ठी में डीएम पुलकित खरे के अलावा उपकृषि निदेशक यशराज सिंह, जिला कृषि अधिकारी डॉ. विनोद कुमार यादव, पीपीओ डॉ. मुकेश कुमार, मत्स्य अधिकारी देवेंद्र राय आदि अफसर मौजूद रहे।