पीलीभीत। हिन्दुस्तान संवाद
लंदन, आयरलैंड और जर्मनी से भारत लौटे छह लोगों की आरटीपीसीआर की रिपोर्ट निगेटिव आई है लेकिन सुरक्षा और सतर्कता को देखते हुए सभी को आइसोलेशन में ही रखा गया है। वहीं, पूरनपुर क्षेत्र के एक कोरोना संक्रमित की बरेली में इलाज के दौरान मौत हो गई। स्वास्थ्य विभाग को जब खबर लगी तो गांव में कैंप लगाकर कई लोगों का सैंपल लिया गया।
बिट्रेन में कोरोना का दूसरा रूप स्ट्रेन सामने आने के बाद भारत सरकार ने यहां आने वाले पश्चिम देशों के लोगों को ट्रेस कर जांच करने और आइसोलेट करने के आदेश दिए थे। 24 दिसंबर को शासन से जब सेहत विभाग को 12 लोगों के आने की सूची मिली तो स्वास्थ्य विभाग की टीम सक्रिय हुई। इसमें चार लोग यहां ठहरने के बाद वापस लंदन लौट गए। जिले में टीम छह लोगों को ही ट्रेस कर सकी थी तो यूनाइटेड किंग्डम, लंदन, आयरलैंड और जर्मनी से आए छह लोगों को ट्रेस किया था। ये लोग शहर के निरंजनकुंज कॉलोनी, पूरनपुर और गजरौला क्षेत्र में आए थे।
सभी को होम आइसोलेट करने के बाद एंटीजन जांच कराई गई थी। जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद आरटीपीसीआर की जांच भी कराई गई थी। रविवार को सभी की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद अधिकारियों ने राहत की सांस ली। 23 दिसंबर को बरेली के एक अस्पताल में भर्ती पूरनपुर क्षेत्र के गांव सबलपुर खास के 38 साल के युवक की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मौत होने के बाद शव गांव आया और रविवार को अंतिम संस्कार कर दिया गया। पूरे दिन सेहत विभाग को इसकी भनक तक नहीं लग सकी। शाम को जानकारी होने के बाद पूरनपुर के एमओआईसी डॉ. प्रेम सिंह राजपूत ने इसकी पुष्टि कर सोमवार को गांव में कैंप लगाकर जांच कराई।
विदेश से आए ट्रेस किए गए सभी छह लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई। सभी को अभी होमआइसोलेशन में रखा है। गाइडलाइन के तहत सभी पर नजर रख रहे हैं। एमओआईसी की ओर से मिली सूची के आधार पर अन्य लोगों का सैंपल कराया गया।
डॉ. सीएम चतुर्वेदी, नोडल अधिकारी