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गन्ना सट्टा न चलाए जाने पर एससीडीआई का किया घेराव

गन्ना का सट्टा बनाने में पक्षपात करने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। सेनानी आश्रितों के सट्टा न चलने पर एससीडीआई कार्यालय में घुसकर घेराव किया गया ।नोकझोंक करते हुए विरोध किया किया। कार्रवाई की मांग...

गन्ना सट्टा न चलाए जाने पर एससीडीआई का किया घेराव
हिन्दुस्तान टीम,पीलीभीतThu, 05 Dec 2019 02:33 AM
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गन्ना का सट्टा बनाने में पक्षपात करने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। सेनानी आश्रितों के सट्टा न चलने पर एससीडीआई कार्यालय में घुसकर घेराव किया गया ।नोकझोंक करते हुए विरोध किया किया। कार्रवाई की मांग को लेकर अफसरों से शिकायते की गई।

खीरी पीलीभीत गन्ना सोसायटी क्षेत्र के तमाम किसान और डायरेक्टर बुधवार को सुबह सोसाइटी में जा धमके। इस दौरान गांधीनगर के सेनानी आश्रित प्रदीप कुमार शुक्ला ने पक्षपात के चलते सट्टा न चलाने का आरोप लगाने लगे।

इतना ही नहीं इलाके के तमाम लोगों के नाम जमीने न होने के बावजूद सट्टा चलाने का खुलासा भी किया। जिसे सुनकर लोग दंग रह गए। इस पर सोसायटी के एससीडीआई से हंगामा कर रहे लोगों को संतोष जनक जवाब तक नहीं दे सके । उन्होंने बताया इलाहाबाद उच्च न्यायालय के स्थगन आदेश के कब्जा के आधार पर पिछले कई वर्षों से सट्टा चलाए जा रहे हैं। सट्टा अचानक रोके जाने पर एससीडीआई को अभिलेख सौंपे गए। इस पर उन्होंने पूरनपुर राजस्व विभाग से भूमि सत्यापन की मांग की। तो पूरनपुर एसडीएम, तहसीलदार, राजस्व निरीक्षक और लेखपाल से सत्यापन करवाकर अभिलेख दिए गए। इसके बावजूद सट्टे चालू नहीं किए गए। इतना ही नहीं सेनानी आश्रित ने जिला गन्ना अधिकारी लखीमपुर से गुहार लगाई। इस पर जिला गन्ना अधिकारी ने एससीडीआई से ऑनलाइन शिकायत मांगी। इसके बावजूद समस्या हल न होने पर जनप्रतिनिधियों के साथ सोसाइटी जा धमके। हंगामा करते हुए एससीडीआई का घेराव किया । विरोध करते हुए कई बार नोकझोंक हुई। संतोषजनक जवाब न देने पर पीड़ितों ने कार्रवाई की मांग को लेकर अफसरों से शिकायते कर रहे हैं। इस मौके पर प्रमुख से चीनी मिल के पूर्व उपाध्यक्ष वीरेंद्र शुक्ला, द्वारिका शुक्ला, डायरेक्टर महिपाल, डायरेक्टर पति लल्लन कनौजिया, पूर्व प्रधान बाबूलाल राजभर, समरेंद्र पाल सिंह समेत तमाम लोग मौजूद रहे।

कब्जा वाली भूमि पर सट्टा बनाने पर रोक लगा दी गई है ।किसान द्वारा फर्जी अभिलेख दिए जाते हैं तो गन्ना पर्यवेक्षक जांच करता है। यदि कहीं ऐसा हुआ है तो सट्टा रोक दिए जाएंगे। दोषी के खिलाफ कार्रवाई कराई जाएगी।

राजेश कुमार सिंह, एससीडीआई संपूर्णानगर

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