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धान का स्टाक बढ़ने से ठप हुई खरीद, किसानों ने किया प्रदर्शन

धान खरीद में प्रशासन की सख्ती के बाद खरीद में तेजी से तहसील स्तर पर सुधार के संकेत मिले। परन्तु गांव, कस्बों और देहात क्षेत्र के कुछ धान क्रय...

धान का स्टाक बढ़ने से ठप हुई खरीद, किसानों ने किया प्रदर्शन
हिन्दुस्तान टीम,पीलीभीतTue, 03 Nov 2020 03:21 AM
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पीलीभीत/न्यूरिया। हिन्दुस्तान संवाद

धान खरीद में प्रशासन की सख्ती के बाद खरीद में तेजी से तहसील स्तर पर सुधार के संकेत मिले। परन्तु गांव, कस्बों और देहात क्षेत्र के कुछ धान क्रय केंद्रों पर स्थिति जस की तस बनी हुई है। किसान धान न तुलने की बात कर रहे है तो धान क्रय केंद्र संचालक धान का उठान न होने की बात कर रहे हैं। इससे आगे की खरीद बंद हो गई है। चार दिन बाद भी खरीद न होने पर किसानों ने प्रर्दशन भी किया।

पीसीएफ संस्था के केंद्रीय उपभोक्ता धान क्रय केंद्र पर एक हफ्ते से धान के भरे 5 हजार से अधिक कट्टो का उठान न होने से पांच दिन से तौल बंद पड़ी है। दर्जनों किसान धान तुलने की आस में खुले आसमान में धान के ढेरों की रखवाली कर रहे है। मौसम के बदले मिजाज और ठंड की दस्तक ने उनकी मुसीबते और बढा दी हैं।इस बीच किसानों ने धान क्रय केंद्र के वाहर प्रदर्शन कर विरोध जताया और धान तौलने की मांग की। किसान कुलदीप सिंह ने बताया वह एक हफ्ता पहले धान बेचने के लिए धान क्रय केंद्र पर लाया था। इस उम्मीद से फसल का उन्हें पूरा दाम मिल जायेगा परन्तु धान क्रय केंद्र से एक हफ्ता पहले तुला धान नही उठने से तौल बंद हो गई है। तो यही पीड़ा नरेश ढाली, मो खालिद की भी है।उनका कहना है अगर बरसात हुई तो उनकी साल भर की मेहनत पर पानी फिर जाएगा। धान खराव होने की स्थिति में उनका धान कम दाम में बिकेगा।इसी डर से कुछ किसानो को धान क्रय केंद्रों से अपना धान उठाकर विचौलियों के हाथ कम दाम में वेचना पड़ा। धान क्रय केंद्र संचालक मतलूब हुसैन ने बताया उनके धान क्रय केंद्र से अटैच एक मिल को 2 हजार कुंतल धान दिया गया उसके बाद उसने भी और धान लेने से मना कर दिया। अब धान क्रय केंद्र पर 2 हजार कुंतल से अधिक धान कट्टो में भरा हुआ खुले में लगा है। कोई मिल धान लेने को तैयार नही है समस्या से उच्च अधिकारियों को अवगत कराया गया है परंतु को सुध नही ली गई है।

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