पीलीभीत। हिन्दुस्तान संवाद
तराई के जनपद में गन्ने की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है। नकदी फसल होने की वजह से गन्ने की खेती को किसान बहुत रुचि और नई तकनीक के साथ करते हैं।
अब गन्ने के साथ सह फसली लेकर किसान आर्थिक रूप से समृद्ध हो रहे हैं। जनपद के सदर तहसील के गांव महुआ निवासी प्रगतिशील किसान बाज सिंह ने प्रति हेक्टेयर 1967 क्विंटल गन्ने की पैदावार लेकर रिकार्ड बनाया है। गन्ना विभाग ने राज्य गन्ना प्रतियोगिता में प्रगतिशील किसान का चयन किया है।
जनपद के एलएच शुगर फैक्ट्रीज लिमिटेड पीलीभीत, किसान सहकारी चीनी मिल पूरनपुर, किसान सहकारी चीनी मिल बीसलपुर और बजाज हिन्दुस्थान लिमिटेड बरखेड़ा चीनी मिल संचालित हो रही है। पेराई सत्र 2020-21 में एक लाख चार हजार हेक्टेयर एरिया में गन्ने की फसल बोई गई है, जो आने वाले कुछ दिनों में चीनी मिल को सप्लाई होना शुरू हो जाएगा। जनपद भर में दो लाख 42 हजार किसान हैं। गन्ना विभाग की ओर से प्रत्येक वर्ष राज्यस्तरीय गन्ना प्रतियोगिता होती है, जिसमें भाग लेने के लिए किसानों को बुलाया जाता है। इस साल सदर तहसील के महुआ गांव निवासी प्रगतिशील किसान बाज सिंह भुल्लर को राज्य गन्ना प्रतियोगिता के लिए बुलाया गया है। इस संबंध में गन्ना विभाग ने पत्र जारी कर दिया है। 22 अक्तूबर को गन्ना प्रतियोगिता लखनऊ में होनी है। प्रगतिशील किसान ने बताया कि साधारण किसान 850 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की दर से गन्ने की पैदावार लेता है। अतिरिक्त उपज बढ़ोत्तरी के बाद 1200 क्विंटल तक पहुंच पाती है। अमूमन 850 क्विंटल ही पैदावार मानी जाती है। मैंने 1967 क्विंटल प्रति हेक्टेयर गन्ने की पैदावार ली है। किसान ने बताया कि वह लगातार दूसरी बार प्रतियोगिता के लिए नामित हुए हैं। डीसीओ जितेंद्र कुमार मिश्र ने बताया कि गन्ना प्रतियोगिता के लिए जनपद से किसान बाज सिंह भुल्लर का चयन किया गया है। पूरे प्रदेश से तीन किसानों को बुलाया गया है।