कोर जोन एरिया में फंदा लगातार बाघ-तेंदुआ की हत्या का प्रयास
Pilibhit News - कुत्तों के भौंकने की आवाज पर शिकारी भागे, पांच पर मुकदमाकोर जोन एरिया में फंदा लगातार बाघ-तेंदुआ की हत्या का प्रयासकोर जोन एरिया में फंदा लगातार बाघ-त
पीलीभीत टाइगर रिजर्व के कोर जोन एरिया में शिकारियों ने फंदा लगाकर बाघ- तेंदुआ के शिकार का प्रयास किया। मौके पर चीतल का शव मिला है। कुत्तों के भौंकने की आवाज सुनकर पहुंचे वनकर्मियों को देख सभी भागने लगे। मौके पर मोरनी का अंडा भी कुचला मिला। वन दरोगा की ओर से चार नामजद और एक अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। वन दरोगा सुरेंद्र गौतम की वर्तमान में चूका मुस्तफाबाद में तैनाती है। 23 दिसंबर को लगभग 6 बजे वह साथी वन दरोगा मसरूर अब्बास, वनरक्षक शब्बीर के अलावा वन कर्मी हरपाल सिंह व दैनिक श्रमिक के साथ मैनाकोट की जंगल की बाउंड्री पर पैदल गस्त कर रहे थे। तभी सागर ताल के पास कुछ दूरी पर जंगल के अंदर से कुत्तों के भौंकने की आवाज सुनाई दी। आगे बढ़कर देखा तो पांच व्यक्ति अलग दिशाओं में भाग रहे थे। स्टाफ ने घेराबंदी कर उनका पीछा किया तो अंधेरा और झाड़ियो का फायदा उठाकर सभी भागने में सफल रहे। वनकर्मियों ने भागने वालों की पहचान मैनाकोट निवासी कंधईलाल पुत्र गंगाराम, कांता प्रसाद पुत्र सेवाराम, थंवन व छत्रपाल पुत्रगण भगवंत शरण और एक अज्ञात के रूप में की है। घटनास्थल पर पेड़ के पास झाड़ियां कटी हुई थी। नीचे लोहे तार के फंदे मिले। कांबिंग करने के दौरान कुछ दूरी पर चीतल का शव भी मिला और मोर का अंडा भी कुचला पड़ा था। वन दरोगा ने बताया सभी शिकारी कोर जोन एरिया में बाघ तेंदुआ के शिकार के उद्देश्य से फंदा लगातार हत्या का प्रयास कर रहे थे। मामले में पुलिस ने सभी के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। कोतवाल अशोक पाल ने बताया पीटीआर के कोर जोन एरिया में वन्यजीवों के शिकार के उद्देश्य से फंदा लगाने वाले पांच के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पड़ताल की जा रही है।
बाघ के शिकार में नामजद रह चुका कंधई
वन दरोगा सुरेन्द्र गौतम ने बताया शिकार के मामले में प्रकाश में आए सभी लोगों में कंधईलाल का पुराना आपराधिक इतिहास है। वह बाघ के शिकार में नामजद भी रह चुका है।
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