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गन्ना सेंटरों पर पेपरलेस तौल कराने की कवायद

प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के पर्यावरण को संरक्षण देने और सरकारी कार्यालयों में कामकाज पेपरलेस करने की मंशा अब गन्ना विभाग के अधिकारी साकार करने की तैयारी में हैं। सेंटरों पर गन्ना तौलवाने के लिए...

गन्ना सेंटरों पर पेपरलेस तौल कराने की कवायद
हिन्दुस्तान टीम,पीलीभीतWed, 16 Jan 2019 01:29 AM
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प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के पर्यावरण को संरक्षण देने और सरकारी कार्यालयों में कामकाज पेपरलेस करने की मंशा अब गन्ना विभाग के अधिकारी साकार करने की तैयारी में हैं। सेंटरों पर गन्ना तौलवाने के लिए मिलने वाली पर्ची में खर्च हो रहे कागज को अब रोका जाएगा।

आधुनिक युग में तकनीक के माध्यम से सेंटरों पर पेपरलेस खरीद होगी। इसके लिए किसानों को जेब में पर्ची नहीं बल्कि मोबाइल रखना है। एसएमएस से ही खरीद होगी। गन्ना आयुक्त के आदेश के बाद जिले की सभी समितियों से पांच-पांच सेंटरों को इसके लिए ट्रायल पर लिया जाएगा। अधिकारी इसकी तैयारी में जुट गए हैं। यह कवायद सफल होने पर आने वाले सीजन में पेपरलेस खरीद को ही बढ़ावा दिया जाएगा।

सरकार ई-आफिस से लेकर डिजीटलाइजेशन की बात करती है। सरकारी कार्यालयों में अभी भी हर दिन कई किलो कागज की बर्बादी हो जाती है। कई पेड़ों की कुर्बानी से इतना कागज तैयार हो पाता है। ऐसे में सरकार ने कार्यालयों में पेपरलेस काम को बढ़ावा देने के लिए आनलाइन प्रणाली पर जोर दिया है। गन्ना विभाग में मौजूदा समय में सबसे अधिक कागज गन्ने की पर्ची तैयार होने में लगता है। पहले तो कागज को तैयार किया जाता है फिर इसकी छपाई में समय खराब होता है। तौल के बाद कागज की पर्ची बेकार हो जाती है। सेंटरों और समितियों पर कागज को बचाने के लिए गन्ना आयुक्त ने पेपरलेस तौल की कवायद शुरू करने के आदेश जारी किए हैं।

आदेशों में कहा गया है कि इससे हम पर्यावरण का संरक्षण पेड़ों को बचाकर कर सकते हैं। हर दिन पांच सौ किलो कागज की खपत होती है। इसके लिए काफी पेड़ काटे जाते हैं। तकनीकि से पेड़ों का सफाया रोका जा सकता है। गन्ना आयुक्त ने इस सत्र में कुछ सेंटरों पर पेपरलेस तौल का ट्रायल करने के आदेश दिए थे। आदेश पर पीलीभीत में कागज को बचाने और पर्यावरण संरक्षण के लिए अधिकारियों ने पेपरलेस वर्क की तैयारी कर दी है। इस सत्र में अभी जिले की सभी समितियों से पांच-पांच सेंटरों को शामिल किया जाएगा। इन सेंटरों पर आने वाले किसानों को गन्ना पर्ची नहीं दी जाएगी। समिति से तौल के लिए किसानों के मोबाइल पर मात्र संदेश जाएगा। इस संदेश पर ही सेंटरों पर गन्ने की तौल करने के लिपिक को आदेश दिए जाएंगे। ट्रायल सफल होने पर अन्य सेंटरों को भी चिंहित किया जाएगा। इससे अधिकारी हरियाली को बचाकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश देंगे।

गन्ना आयुक्त के आदेश पर अभी जिले की सभी समितियों से पांच-पांच सेंटरों को चिंह्नित किया जा रहा है। इन सेंटरों के लिए किसानों को पर्ची जारी नहीं की जाएगी। किसानों को जानकारी दी जा रही है कि वह मोबाइल पर आए संदेश पर ही तौल कराएंगे। इससे काफी कागज की वचत होगी। कागज की खपत न होने से इसके लिए पेड़ों का भी सफाया नहीं होगा। किसानों को जागरूक किया जा रहा है।

जितेन्द्र मिश्रा

जिला गन्नाधिकारी, पीलीभीत

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