ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेश पीलीभीतपीलीभीत में तीसरे दिन खुला पिंजरा तो कुलांचें मारकर भागा तेंदुआ

पीलीभीत में तीसरे दिन खुला पिंजरा तो कुलांचें मारकर भागा तेंदुआ

एक महीने से बूंदीभूड़ क्षेत्र में तेंदुआ की मौजूदगी से कोहराम मचा हुआ था। गिरफ्त में आने के बाद तीसरे दिन तेंदुए को रिहाई दे दी गई। शुक्रवार देर शाम पीलीभीत टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर डा. एच राजा...

पीलीभीत में तीसरे दिन खुला पिंजरा तो कुलांचें मारकर भागा तेंदुआ
हिन्दुस्तान टीम,पीलीभीतSat, 22 Sep 2018 02:36 PM
ऐप पर पढ़ें

एक महीने से बूंदीभूड़ क्षेत्र में तेंदुआ की मौजूदगी से कोहराम मचा हुआ था। गिरफ्त में आने के बाद तीसरे दिन तेंदुए को रिहाई दे दी गई। शुक्रवार देर शाम पीलीभीत टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर डा. एच राजा मोहन की सरपरस्ती में तेंदुआ को जंगल के एक गोपनीय स्थान पर छोड़ दिया गया।

साथ ही इन तीन दिनों में तेंदुआ का मेडिकल कराया गया और उस के गुस्साए तेवर को भी शांत होने का मौका मिल गया। तेंदुआ को छोड़ने गए पीलीभीत टाइगर रिजर्व पूरनपुर एसडीओ प्रवीण खरे, सामाजिक वानिकी डीएफ ओ संजीव कुमार, डब्ल्यूटीआई से डा. पीसी पांडे, डा. दक्ष गंगवार मौजूद रहे।

करीब एक महीने से जंगल से भीतर और बाहर तेंदुआ गदर किए था। कई इंसानों पर हमला करने के साथ ही उसने कई जानवरों को भी अपना निवाला बना लिया था। इसके बाद उसे पकड़ने की कवायद शुरू की गई। पीलीभीत टाइगर रिजर्व की टीम ने बड़ी मशक्कत के साथ तेंदुए को पिंजरे में पकड़ लिया था।

जिसके बाद उसे छोड़ने के लिए जगह की तलाश की जा रही थी, जिस के चलते पीलीभीत वन विभाग के आला अधिकारियों ने पीलीभीत जंगल का शारदा क्षेत्र खंगाल डाला, जिस के बाद तेंदुआ को छोड़ने की जगह चयनित की गई।इससे पहले अधिकारी तेंदुए को ऐसी जगह पर छोड़ने की तैयारी कर रहे हैं, जहां पर उसके लिए अनुकूल माहौल के साथ भोजन और पानी की व्यवस्था हो।

सबसे अहम बात यह है कि उसे क्षेत्र से वह आबादी की ओर रुख न कर सके। सुरक्षित ठिकाने के लिए एफडी ने प्रभारी डीडी के साथ महोफ और बराही रेंज का भ्रमण किया था। बूंदीभूड़ क्षेत्र में दहशत का पर्याय बने तेंदुए को मंगलवार की रात पिंजरे में कैद कर लिया गया था।

वहां से उसे जब मुस्तफाबाद लाया गया तो वह उग्र था और काफी आक्रोश में था। तेंदुए का गुस्सा देखकर अधिकारियों ने उसे अभी छोड़ने से मना कर दिया था। तेंदुए को पीलीभीत टाइगर रिजर्व में ही छोड़ना है या फिर कहीं बाहर भेजना है इसके लिए अधिकारियों से संपर्क किया गया था।

अधिकारियों से पीलीभीत टाइगर रिजर्व में ही छोड़ने के निर्देश पर एफडी एच राजा मोहन ने प्रभारी डीडी संजीव कुमार के साथ गुरुवार को बराही और महोफ रेंज का भ्रमण किया था। इसके पीछे तेंदुए के लिए जंगल में सुरक्षित ठिकाना तलाश करना और आबादी से दूर स्थान को देखना था। भ्रमण के दौरान अधिकारियों ने इस बात को भी ध्यान रखा कि तेंदुए के लिए जंगल में ही पर्याप्त भोजन और पानी की व्यवस्था हो। भ्रमण और निरीक्षण में ऐसे स्थान को चिंहित कर लिया गया।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें