लॉकडाउन में बदला कारोबार, जूस के बदले अब ई-रिक्शा पर बेच रहे आलू और प्याज
लॉकडाउन की वजह से लोगों के अपने कामधाम बंद हो गए है। ऐसे में अधिकांश लोगों ने अपना कारोबार बदल दिया है। कोई सब्जी बेच रहा है तो कोई दूध। तो कुछ लोग किराने का सामान भी बेचने लगे। गजरौला कलां...
लॉकडाउन की वजह से लोगों के अपने कामधाम बंद हो गए है। ऐसे में अधिकांश लोगों ने अपना कारोबार बदल दिया है। कोई सब्जी बेच रहा है तो कोई दूध। तो कुछ लोग किराने का सामान भी बेचने लगे। गजरौला कलां सहराई के भगवान स्वरूप पुत्र श्यामाचरण लॉकडाउन से पहले जूस बेचते थे। रोजाना 300 से 400 रुपये कमा लेते थे, पर लॉकाउन से यह काम छीन गया।
परिवार का पेट तो पालना ही है। ऐसे में भगवान स्वरुप ने ई-रिक्शा की व्यवस्था सब्जी बेचना शुरू कर दिया। भगवान स्वरुप ने बताया कि सब्जी बिक्री में कोई खास मुनाफा नहीं होता है। सुबह से देर शाम तक मात्र 100 से 150 रुपये ही मिल पाते है। सबसे बड़ी समस्या सुबह तीन बजे उठकर पीलीभीत मंडी से सब्जी लाना। वह रोजाना 18 किलो मीटर पीलीभीत मंडी से सब्जी लाकर बेचते हैं।
भगवान स्वरुप ने बताया कि इन दिनों उन्हें काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। कुछ मोहल्लों में लोग घुसने नहीं देते हैं। इसी तरह पीलीभीत के मोहल्ला नई बस्ती निवासी टिंकू राठौर ने भी अपना काम बदल दिया है। लॉकडाउन ई-रिक्शा बंद होने से अब टिंकू ने सब्जी बेचना का काम शुरू कर दिया।
