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शिशुओं की सेहत का सुरक्षा कवच है मां का दूध

विश्व स्तनपान सप्ताह के तहत अस्पतालों में कार्यक्रम कर महिलाओं को इसकी जानकारी दी जा रही है। डाक्टर और स्टाफ महिलाओं को नवजात के लिए मां के पहले दूध को अमृत के समान बताकर हर हाल में सही तरीका से...

शिशुओं की सेहत का सुरक्षा कवच है मां का दूध
हिन्दुस्तान टीम,पीलीभीतSat, 03 Aug 2019 12:55 AM
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विश्व स्तनपान सप्ताह के तहत अस्पतालों में कार्यक्रम कर महिलाओं को इसकी जानकारी दी जा रही है। डाक्टर और स्टाफ महिलाओं को नवजात के लिए मां के पहले दूध को अमृत के समान बताकर हर हाल में सही तरीका से स्तनपान कराने की सलाह दे रहे हैं। इसके अलावा गांवों में भी महिलाओं को जागरूक किया जा रहा है कि स्तनपान शिशु के लिए सर्वोत्तम आहार तथा शिशु का मौलिक अधिकार है। मां का दूध शिशु के व्यापक विकास, मानसिक विकास, निमोनिया और डायरिया एवं कुपोषण से बचाने और स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है

जन्म के बाद समाज की कुछ भ्रांतियों के कारण नवजात को तुरंत मां का दूध नहीं दिया जाता है। ऐसे में बच्चे को कई तरह की बीमारी घेर लेती हैं और मृत्यु की संभावना हो जाती है। एक सर्वे के अनुसार आंकड़ों को देखने के बाद शासन ने स्तनपान को बढ़ावा देने के लिए योजना चलाई है। विश्व स्तनपान सप्ताह का आयोजन कर महिलाओं को मां के पहले दूध की उपयोगिता को बताया जा रहा है। इसके तहत पूरे जिले में कार्यक्रम चलाया जा रहा। इसमें अस्पताल का स्टाफ के अलावा आशा और एएनएम को शामिल किया गया। जिला कार्यक्रम प्रबंधक नाजिर हुसैन ने बताया कि सबसे पहले आशा ऐसे बच्चे जो 6 माह से छोटे हैं उनको चिहिन्त करेगी। बच्चों की माताओं को स्तनपान का तरीका और महत्व बताएंगी। स्तनपान दिवस 1 से 7 अगस्त तक मनाया जाएगा। क्योंकि भारत में सबसे ज्यादा नवजात की मृत्यु स्तनपान न होने के कारण होती है। कभी-कभी महिला बच्चे को पानी और शहद देना शुरू कर देती है जो कि बच्चे की सेहत के लिए खराब है।

क्या कहती हैं सीएमएस

सीएमएस डा. अनीता चौरसिया कहती है कि स्तनपान बच्चों के सर्वागीण मानसिक एवं शारीरिक विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इसका शिशु एवं बाल जीवितता पर काफी प्रभाव पड़ता है। जिन शिशुओं को जन्म के 1 घंटे के बाद स्तनपान नहीं कराया जाता है उनमें नवजात मृत्यु की संभावना 33%फीसदी अधिक होती है। 6 माह की आयु तक शिशु को केवल स्तनपान ही कराने से दस्त और निमोनिया में 11से 15 फीसदी तक कमी लाई जा सकती है। अधिक समय तक स्तनपान करने वाले बच्चों की बुद्धि अधिक होती है उन सभी बच्चों के विपरीत जिन बच्चों को मां का दूध थोड़े समय के लिए प्राप्त होता है वह स्तनपान स्तन कैंसर से होने वाली मृत्यु को कम करता है।

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