ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेश पीलीभीतहद से ज्यादा बढ़ा आतंक तब प्रशासन ने पकड़ाएं छुट्टा पशु

हद से ज्यादा बढ़ा आतंक तब प्रशासन ने पकड़ाएं छुट्टा पशु

आवारा जानवरों के हमले से जिले के कईयों ने अपनी जान गंवा दी है तो कुछ लोग अस्पताल में मौत की जंग लड़ रहे हैं। जिले में छुट्टा पशु इतने बढ़े गए हैं कि आए दिन हमले की घटनाएं होती है। इन जानवरों के आतंक से...

हद से ज्यादा बढ़ा आतंक तब प्रशासन ने पकड़ाएं छुट्टा पशु
हिन्दुस्तान टीम,पीलीभीतMon, 20 May 2019 12:10 AM
ऐप पर पढ़ें

आवारा जानवरों के हमले से जिले के कईयों ने अपनी जान गंवा दी है तो कुछ लोग अस्पताल में मौत की जंग लड़ रहे हैं। जिले में छुट्टा पशु इतने बढ़े गए हैं कि आए दिन हमले की घटनाएं होती है। इन जानवरों के आतंक से लोग पूरी तरह भयभीत हैं इसके बाद भी प्रशासन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया।

बीसलपुर क्षेत्र में हुई एक घटना के बाद आखिरकर प्रशासन की नींद खुल ही गई। प्रशासन के निर्देश पर पशुविभाग ने छुट्टा पशुओं को पकड़ना शुरू कर दिया। डीएम वैभव श्रीवास्तव के निर्देश पर रविवार को पशु विभाग ने रविवार को बीसलपुर क्षेत्र में छुट्टा पशुओं को पकड़ने का अभियान लचाया। मुख्य पशुचिकित्सा डा. ज्ञान प्रकाश सिंह के नेतृत्व में रविवार को टीम ने बीसलपुर क्षेत्र के 25 गाय और 15 सांड पकड़े हैं। इसमें 10 सांड को ट्रेक्यूलाइज किया गया है। छुट्टा पशुओं को ट्रेक्यूलाइन करने के लिए पीलीभीत टाईगर रिजर्व से गन मंगाई गई थी। गन के माध्यम से 10 सांडों को ट्रेक्यूलाइज किया गया है। सभी सांडो को बधिया कर देवीपुर गौशाला में छोड़ गया है।

इधर शुक्रवार को पशुओं को पकड़ने के दौरान गांव में काफी भीड़ रही। सभी ग्रामीणों ने भी मदद किया ताकि उन्हें इन जानवरों से निजात मिल सके। इस घटना के बाद जागा प्रशासन बीसलपुर के साबेपुर निवासी रामेश्वर दयाल (50)शुक्रवार को अपने दरवाजे पर खड़े थे। तभी आवारा सांड न उन पर हमला कर दिया। सांड के हमले से रामेश्वर दयाल का पेट फट गया और उसकी आंते बाहर निकल आई। रामेश्वर दयाल काफी गारीब हैं और इस हमले से उनका पूरा परिवार टूट गया। रामेश्वर दयाल मौजूदा समय में शहर के एक निजी अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं। इस घटना के बाद बीसलपुर एसडीएम वंदना त्रिवेदी ने छुट्टा पशुओं के आतंक की जानकारी डीएम को दी। इस पर डीएम ने उन पशुओं को पकड़ने के लिए सीवीओ को निर्देश जारी किए। ग्रामीणों की मदद से पकड़े पशु डीएम के निर्देश पर पशु विभाग की टीम ने रविवार को बीसलपुर क्षेत्र के गांव साबेपुर से करीब 40 छुट्टा पशु पकड़े हैं। छुुट्टा पशुओं को पकड़ने के लिए करीब 200 ग्रामीणों ने पशु विभाग की टीम की मदद की। पकड़ने के दौरान कई बार सांडों ने हमला भी बोला पर पहले से सर्तक लोग हमले से बचे। हिम्मद नहीं जुटा सके कर्मचारीशुक्रवार को साबेपुर में हुई घटना के बाद शनिवार को पशुविभाग के भगवानदास पाल अपनी टीम के साथ छुट्टा पशुओं को पकड़ने पहुंचे। इस दौराना सांड ने टीम पर हमला बोल दिया। सांड के हमले से कर्मचारी बाल-बाल बचे। इसके बाद कर्मचारियों की दोबार हिम्मद नहीं पड़ी। कईयों के लिए काल बने छुट्टा पशु जिले में आवारा पशुओं के हमले से काफी लोगों की मौत हो चुकी है। पर बिलसंडा क्षेत्र में छह माह के अंदर चार लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। वहीं दो महीना पहले न्यूरिया क्षेत्र में भी सांड के हमले से एक युवक की मौत हो चुकी है। हजारा क्षेत्र में भी सांड का आतंक बरकार हैं, पर प्रशासन ने अभी तक कोई ठोस कदम उठाने की जरूरत नहीं समझी। यहां भी हुआ हमला पूरनपुर क्षेत्र के घुंघचाई निवाीस शेखर सिंह अपने अन्य साथी के साथ बाइक से एक शादी समारोह में शामिल होने जा रहे थे। पूरनपुर बंडा हाइवे पर लुकटिहाई के पास उनकी बाइक सांड से टकरा गई। इसमें बाइक सवार तीन लोग बुरी तरह घायल हो गए। वर्जन डीएम के निर्देश पर शुक्रवार को बीसलपुर क्षेत्र के साबेपुर गांव से छुट्टा पशु पकड़े गए हैं। सभी पशुओं को देवीपुरा गौशाला में भेजा गया है। इस गांव में पशुओं का ज्यादा आतंक था। शुक्रवार को एक ग्रामीण पर सांड ने हमला कर दिया था। डा. ज्ञान प्रकाश सिंह, सीवीओ

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें