जिलेभर के परिषदीय स्कूलों में मीना दिवस धूमधाम से मनाया गया। स्कूलों में पोस्टर प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें बच्चों ने उत्साहपूर्वक प्रतिभाग किया। बच्चों का उत्साहवर्धन किया गया। मीना मंच के माध्यम से बालिका शिक्षा को प्रोत्साहित करना है।
मीना को केंद्रीय पात्र बनाकर कई कहानियां व फिल्मों की रचना भी है। मीना उन सभी बालिकाओं की प्रतीक है जो लैंगिक भेद की शिकार हैं। इसके कारण वह स्कूली शिक्षा से वंचित हैं। गांव-घर, गली-मुहल्लों में रहने वाली मीनाओं को स्कूल में लाया जा सके। अमरिया क्षेत्र के उच्च प्राथमिक विद्यालय दलेलगंज में मीना मंच की स्थापना दिवस को जन्मदिवस के रूप में मनाया गया। मीना मंच कार्यक्रम में शिक्षकों व अनुदेशकों ने विचार रखे। स्कूल में ऑनलाइन पोस्टर प्रतियोगिता कराई गई, जिसमें बच्चों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। इस मौके पर सोहनलाल, तंजीम अहमद, केके रजक, मोहम्मद कमर, अनुदेशक गीतारानी, स्वाति शर्मा, विजेंद्र कुमार आदि मौजूद रहे। उच्च प्राथमिक विद्यालय बिलगवां में मीना दिवस मनाया गया। ऑनलाइन पोस्टर प्रतियोगिता में बच्चों ने मनमोहक पोस्टर बनाकर प्रतिभा का प्रदर्शन किया। बच्चों ने मीना की गतिविधियां, माहवानी नहीं शर्म की बात-यह है ईश्वर की सौगात शीर्षक से पोस्टर बनाए। इस मौके पर अनीता तिवारी समेत कई शिक्षक मौजूद रहे। प्राथमिक विद्यालय गायबोझ में शिक्षिका मीनू सेकरी के निर्देश में मीना दिवस मनाया गया। बच्चों ने पोस्टर बनाए। पूरनपुर क्षेत्र के कंपोजिट विद्यालय इंद्रानगर देहात में मीना दिवस पर ऑनलाइन पोस्टर प्रतियोगिता में बच्चों ने भागीदारी की।