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Hindi News उत्तर प्रदेश पीलीभीतनिर्माण में लापरवाही पर चढ़ा मंडी निदेशक का पारा

निर्माण में लापरवाही पर चढ़ा मंडी निदेशक का पारा

मंडी समिति में होने वाले निर्माण कार्य में घपलेबाजी की पोल मंडी निदेशक डा. रमाकांत पांडेय के निरीक्षण में खुल गई। नालियां टूटी थी और छत पर मरम्मत का काम भी ठीक नहीं था। यही नहीं सड़क खुदवाकर चेक की गई...

मंडी समिति में होने वाले निर्माण कार्य में घपलेबाजी की पोल मंडी निदेशक डा. रमाकांत पांडेय के निरीक्षण में खुल गई। नालियां टूटी थी और छत पर मरम्मत का काम भी ठीक नहीं था। यही नहीं सड़क खुदवाकर चेक की गई...
1/ 2मंडी समिति में होने वाले निर्माण कार्य में घपलेबाजी की पोल मंडी निदेशक डा. रमाकांत पांडेय के निरीक्षण में खुल गई। नालियां टूटी थी और छत पर मरम्मत का काम भी ठीक नहीं था। यही नहीं सड़क खुदवाकर चेक की गई...
मंडी समिति में होने वाले निर्माण कार्य में घपलेबाजी की पोल मंडी निदेशक डा. रमाकांत पांडेय के निरीक्षण में खुल गई। नालियां टूटी थी और छत पर मरम्मत का काम भी ठीक नहीं था। यही नहीं सड़क खुदवाकर चेक की गई...
2/ 2मंडी समिति में होने वाले निर्माण कार्य में घपलेबाजी की पोल मंडी निदेशक डा. रमाकांत पांडेय के निरीक्षण में खुल गई। नालियां टूटी थी और छत पर मरम्मत का काम भी ठीक नहीं था। यही नहीं सड़क खुदवाकर चेक की गई...
हिन्दुस्तान टीम,पीलीभीतSat, 24 Nov 2018 12:59 AM
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मंडी समिति में होने वाले निर्माण कार्य में घपलेबाजी की पोल मंडी निदेशक डा. रमाकांत पांडेय के निरीक्षण में खुल गई। नालियां टूटी थी और छत पर मरम्मत का काम भी ठीक नहीं था। यही नहीं सड़क खुदवाकर चेक की गई तो गुणवत्ता ठीक नहीं मिली। इस पर मंडी निदेशक का पारा चढ़ गया। निदेशक ने डिप्टी डायरेक्टर निर्माण के अलावा एई और जेई की जमकर फटकार लगाई।

तीनों को 15 दिवसों में काम में सुधार लाने और न होने पर निलंबति करने की चेतावनी दी है। इसके अलावा सेंटरों पर हो रही धान खरीद का भी जायजा लिया। किसानों और मजदूरी से जानकारी ली। खरीद में काम ठीक होने पर खुशी जताई है। निरीक्षण के बाद निदेशक बीसलपुर मंडी के लिए रवाना हो गए।मंडी निदेशक डा. रमाकांत पांडेय शुक्रवार की दोपहर दो बजे पीलीभीत मंडी समिति पहुंचे। सबसे पहले उन्होंने मंडी में खुले धान सेंटरों को चेक किया। सेंटरों पर तौल हो रही थी। इस बीच किसानों से समर्थन मूल्य मिलने और किसी प्रकार की समस्या होने पर बताने के लिए कहा। किसानों ने कोई समस्या न होने की बात कही। मजदूरी से मिलने वाली दिहाड़ी के बारे में पूछा तो बताया गया कि 20 रुपए प्रति क्विंटल दिया जा रहा है। सेंटरों पर डस्टबिन को जरनेटर चलवाकर चेक किया। सेंटरों का निरीक्षण करने के बाद वह मंडी का निरीक्षण करने लगे। मंडी में बनी सड़क की क्वालिटी में शक होने पर उसे खुदवाकर चेक कराया। इसके बाद छत पर जाकर मरम्मत का काम देखा। इसके बाद नीचे निरीक्षण के दौरान उनकी नजर टूटी नालियों और गंदगी पर गई तो पारा चढ़ गया। टूटी नालियां और निर्माण में लापरवाही पर साथ चल रहे डिप्टी डायरेक्टर निर्माण अफतबुर्ररहमान, एई आरएस धामा और जेई एसपी सिंह की जमकर फटकार लगाई। चेतावनी दी कि यदि 15 दिनों में काम ठीक नहीं किया गया तो निलंबित कर दिया जाएगा। सचिव बिजन वालियान को निर्माण कार्य को खुद देखने के निर्देश दिए है। निरीक्षण के बाद निदेशक बीसलपुर मंडी के लिए रवाना हो गए। निरीक्षण के दौरान डीएम डा. अखिलेश मिश्रा, एडीएम ब्रजकिशोर, डिप्टी आरएमओ डा. अविनाश झा, मंडी निरीक्षक नरेन्द्र उपाध्याय सहित कई अधिकारी थे।

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