Lost Elephants Search for Companions in Mahof and Mala Ranges बिछड़े साथियों को कभी माला तो कभी महोफ के जंगल में ढूढ़ रहे हाथी, Pilibhit Hindi News - Hindustan
Hindi NewsUttar-pradesh NewsPilibhit NewsLost Elephants Search for Companions in Mahof and Mala Ranges

बिछड़े साथियों को कभी माला तो कभी महोफ के जंगल में ढूढ़ रहे हाथी

Pilibhit News - हाथियों का एक दल महोफ और माला रेंज में अपने साथियों की तलाश कर रहा है। चार दिन पहले ये हाथी महोफ में देखे गए थे और फिर माला रेंज में पहुंचे। वन विभाग की टीम इन पर नजर रख रही है और गांव के लोगों को...

Newswrap हिन्दुस्तान, पीलीभीतTue, 31 Dec 2024 12:28 AM
share Share
Follow Us on
बिछड़े साथियों को कभी माला तो कभी महोफ के जंगल में ढूढ़ रहे हाथी

हाथियों के दल से बिछड़े हाथी अपने साथियों को कभी पीटीआर की माला तो कभी महोफ रेंज के जंगल में जाकर ढूढ़ रहे हैं। सुबह के वक्त वह महोफ के जंगल से माला में पहुंचे। बताते हैं कि कुछ देर बाद उनका मूवमेंट फिर महोफ में देखा गया। दोनों रेंज के बार्डर पर हाथियों की लोकेशन देखी जा रही है। वन विभाग की टीम उनपर निगरानी रखे हैं। जंगल किनारे गांव के लोगों को भी हाथियों को लेकर सतर्क किया गया है। नेपाल की शुक्लाफांटा से लखीमपुर के दुधवा टाइगर रिजर्व से होते हुए पीटीआर की बराही के जंगल में पहुंचा हाथियों का दल चार दिन पहले महोफ रेंज में स्थित पर्यटन स्थल चूका में बनी पार्किंग के पास देखा गया था। रेंजर ने टीम के साथ पहुंचकर पगमार्क देखे। निगरानी टीम लगाने के साथ सभी चौकियों को अलर्ट किया। रात के वक्त हाथी महोफ के जंगल से होते हुए उत्तराखंड की सुरई रेंज में दाखिल हुए। बताते हैं कि बार्डर पर जाकर हाथियों का झुंड बिखर गया। दल में चार हाथी और बच्चा बताया जा रहा है। दल से बिछड़े हाथी एक दिन पहले महोफ रेंज के कंपार्टमेंट नंबर 92 में देखे गए। सोमवार तड़के वह माला रेंज में माधोटांडा-पीलीभीत मार्ग किनारे चहल कदमी करते हुए वन टीम को दिखाई दिए। इसके कुछ देर बाद हाथी फिर महोफ रेंज के जंगल में पहुंच गए। बताते हैं कि अपने दल से बिछड़े हाथी साथियों की तलाश में कभी माला तो कभी महोफ रेंज में आवाजाही कर रहे हैं। माला रेंजर रोविन कुमार ने बताया कि माला नदी के पास हाथी देखे गए। वह वापस महोफ रेंज में चले गए। महोफ रेंजर सहेंद्र यादव ने बताया कि सुबह के वक्त हाथी महोफ रेंज के जंगल से निकलकर माला में दाखिल हुए। पांच हाथियों के दल में कितने हाथी बिछड़े हैं। अभी इसका पता नहीं चल सका है। विभागीय अधिकारी एक से अधिक हाथी पीटीआर में होने व अन्य हाथी उत्तराखंड की सुरई रेंज में होने की बात कह रहे हैं। हालांकि दोनों रेंजों की टीम हाथियों पर नजर रखे हैं।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।