तेंदुए ने प्रधान की पशुशाला में बछिया को बनाया शिकार
लगातार तेंदुआ के हमला करने से ग्रामीणों में बढ़ रहा बेहद खौफ
सीमावर्ती गांवों में आतंक का पर्याय बनकर पालतू पशुओं को अपना निवाला बना रहे तेंदुए ने बुधवार की रात प्रधान की पशुशाला में घुसकर 15 दिन की बछिया को मौत के घाट उतारकर दहशत फैला दी। कुत्तों के भौंकने पर घर वाले और आसपास के ग्रामीण जागे पर इससे पहले ही तेंदुआ जंगल की तरफ बछिया को उठाकर भागने में सफल रहा।
नेपाल बार्डर से सटे गांव नौजल्हा की ग्राम प्रधान अंजली गोलदार की पशुशाला में बुधवार की रात चार मवेशी बंधे हुए थे। तड़के अचानक गन्ने के खेतों में छिपा बैठा तेंदुआ पशुशाला में घुस गया। पशुशाला में बंधी 15 दिन की एक बछिया पर हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया। रात में कु त्तों की भौंकने की आवाज आने पर प्रधान के साथ ही आसपास के लोग जाग गए। आहट पाकर ग्रामीणों ने शोर शराबा शुरू कर दिया। इस पर तेंदुआ बछिया को निवाला बनाने के बाद अपने साथ जंगल में लेकर भागने में सफल रहा। इसकी जानकारी ग्राम प्रधान पति नंद गोपाल गोलदार वनकर्मियों को दी। प्रधानपति का आरोप है कि तेंदुए से अब ग्रामीण और उनके बच्चे सुरक्षित नहीं रह गए हैं। वन विभाग की लापरवाही से तेंदुआ नहीं पकड़ा जा रहा है। अगर पिंजरा लगाकर तेंदुए की मानीटरिंग की जाए तो निश्चित ही वह पकड़ा जा सकता है। घरों में घुसकर तेंदुआ के लगातार हमला करने से ग्रामीणों में दहशत बढ़ती जा रही है।