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आतंकी हमला : कम नहीं कर पाया बर्फानी बाबा के दर्शन का जुनून

आतंकी हमला भी भोले के भक्तों की आस्था को कम नहीं कर पाया। अमरनाथ यात्रा पर सात यात्रियों की मौत के बाद पूरनपुर से दस सदस्यीय भक्तों का आठवीं बार जत्था रवाना हो गया। मन में बर्फानी बाबा के दर्शन की...

आतंकी हमला : कम नहीं कर पाया बर्फानी बाबा के दर्शन का जुनून
हिन्दुस्तान टीम,पीलीभीतWed, 12 Jul 2017 12:18 AM
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आतंकी हमला भी भोले के भक्तों की आस्था को कम नहीं कर पाया। अमरनाथ यात्रा पर सात यात्रियों की मौत के बाद पूरनपुर से दस सदस्यीय भक्तों का आठवीं बार जत्था रवाना हो गया। मन में बर्फानी बाबा के दर्शन की लालसा लिए भक्तों को परिजनों और व्यापारियों ने तिलक कर विदा किया।सावन के पवित्र महीने में शिव के तीर्थ स्थानों पर भक्तों की आस्था देखते ही बनती है। जम्मू कश्मीर में स्थित बाबा अमरनाथ के दर्शन के लिए भक्त जान जोखिम में डालकर पहुंचते हैं। सोमवार को सावन माह के पहले दिन ही जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में बाबा अमरनाथ के दर्शन के लिए जा रही बस पर आतंकियों ने हमला कर दिया था। इस हमले में सात यात्रियों की जान चली गई थी। इसके बाबजूद अमरनाथ जाने वाने भक्तों की आस्था हमले के बाद और बढ़ गई है। मंगलवार को कस्बे से बाबा बफार्नी के दर्शन करने के लिए दस सदस्यीय लोगों का दूसरा जत्था रवाना हुआ। गांधी पार्क में यात्रियों को व्यापारी नेता विजयपाल विक्की और सभासद शैलेंद्र गुप्ता, मनोज मिश्रा आदि ने यात्रियों को तिलक कर और मालाएं पहनाकर शुभकामनाएं दीं। इस दौरान यात्रियों के परिजन भी मौजूद रहे। संजय सिंह कठेरिया ने बताया कि जत्था हर साल अमरनाथ यात्रा पर जाता हैं। आठवीं वार बाबा के दर्शन करने के लिए जत्था जा रहा है। दर्शन करने के बाद बाबा इकोत्तरनाथ पर विशाल भंडारा किया जाएगा। दर्शन करने वालों में संजय सिंह कठेरिया, रामनिवास वर्मा, दीपू खंडेलवाल, काली चरन, बनवारी लाल जमुना प्रसाद, प्यारे लाल वर्मा, विनोद कुमार और धर्मवीर आदि शामिल हैं। नहीं डिगती आस्थाफोटो 11 पीबीटीएफ 29कई सालों से बाबा बर्फानी के दर्शन करने जा रहे हैं। इस बार भी तीन महीने पहले ही टिकट बुक करा ली थी। यात्रा पर खतरा मंडराता रहता है लेकिन दर्शन करने की इच्छा कम नहीं होती है। हमले की सूचना पर परिजन परेशान हुए। मैंने उन्हें सुरक्षा बढ़ाए जाने का आश्वासन देकर सांत्वना दी। सभी ने खुशी खुशी यात्रा के लिए विदा किया। रामनिवास, पूर्व प्रधान, खमरिया पटटी...आठवीं है यात्राफोटो 11 पीबीटीएफ 31हम लोगों की यह आठवीं यात्रा है। हर साल बाबा के दर्शन करने की मनोकामना दिल में लेकर यात्रा पर निकलते हैं। पिछली बार आतंकी हमला होने से रोक लिया गया था। दुर्भाग्यवश बाबा के दर्शन नहीं कर पाए थे। टीवी पर हमले की जानकारी के बाद परिजन यात्रा को लेकर थोड़ा बेचैन हुए लेकिन हमले के बाद बाबा के दर्शन करने की जिज्ञासा और बढ़ गई है।संजय सिंह कठेरिया....सबक होगी यह यात्राफोटो 11 पीबीटीएफ 30मै भी इसी जत्थे में हरबार बाबा के दर्शन के लिए जाता हूं। हमले के बाद घर में सभी ने इस बार जाने से मना किया लेकिन हमने दर्शन करने की ठानी है। बाबा के दर्शन के लिए उमड़ने वाला रैला ही आतंकियों के लिए सबक होगा। बनवारी लाल प्रजापति...ईश्वर भी नहीं करेंगा माफफोटो 11 पीबीटीएफ 28आतंकी हमले से भी हम लोगों की हिम्मत कभी कम नहीं होने वाली। हम लोग बाबा बर्फानी के दर्शन करने जरूर जाएंगे। उनकी कृपा से ही हम हार बार दर्शन करने के लिए जा पाते हैं। आस्था में रुकावट बनने वाले आतंकियों को उनका ईश्वर भी नहीं बख्सेगा।प्यारेलाल....तीन दिन बाद फोन आने पर मिली परिजनों को राहतचार जुलाई को पूरनपुर से दर्शनों को गया था जत्थाफोन स्विच आफ रहने से बढ़ गई थी परिजनों की बेचैनीमंगलवार दोपहर बाद संर्पक होने पर ली राहत की सांसपूरनपुर। हिन्दुस्तान संवादकस्बे से एक जत्था पहले भी बाबा के दर्शन को जा चुका है। जत्थे से संपर्क टूटने के बाद से उनके परिजन परेशान थे। आतंकी हमले के बाद उनकी बेचैनी और बढ़ गई थी। मंगलवार दोपहर फोन पर संपर्क होने के बाद सभी के सकुशल होने की जानकारी लगने पर परिजनों ने राहत की सांस ली।कस्बे से 4 जुलाई को भी एक जत्था बाबा अमरनाथ के लिए रवाना हुआ था। इस जत्थे को भी हर्षोल्लास के साथ परिजनों ने रवाना किया गया था। अमरनाथ यात्रा पर आतंकी खतरा होने की सभी को जानकारी रहती है। जाने के बाद से जत्थे के सदस्यों से उनके परिजनों से लगातार संपर्क बना हुआ था। जत्था दर्शन कर वापस आ रहा था। रविवार को अचानक सभी के फोन बंद हो गए। परिजनों का अपनों से संर्पक टूटने से वह घबरा गए। सावन के पहले दिन ही आतंकियों ने अमरनाथ जाने वाली बस पर हमला कर दिया जिससे सात लोगों की जान चली गई। टीवी पर हमले की सूचना मिलते ही परिजनों में भय पैदा हो गया। फोन पर सपंर्क न हो पाने से बेचैनी बढ़ती जा रही थी। मंगलवार दोपहर यात्री राजकुमार ने भतीजे अमित के पास फोन किया और सभी के सही सलामत होना बताया तब जाकर सभी ने राहत की सांस ली। हमले के बाद से परिजन टीवी से चिपके हुए थे।

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