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स्टाफ नहीं तो कहीं नाम के लिए चल रहे क्रय केंद्र

मंडी में क्रय केंद्रों के सामने पड़े धान की नमी मानक से भी नीचे आ चुकी है। इसके बावजूद केंद्रों पर किसानों का धान नहीं तौला जा रहा है। इसकी पोल बुधवार को विधायक और एसडीएम के संयुक्त निरीक्षण में खुली।...

स्टाफ नहीं तो कहीं नाम के लिए चल रहे क्रय केंद्र
हिन्दुस्तान टीम,पीलीभीतThu, 01 Nov 2018 12:37 AM
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मंडी में क्रय केंद्रों के सामने पड़े धान की नमी मानक से भी नीचे आ चुकी है। इसके बावजूद केंद्रों पर किसानों का धान नहीं तौला जा रहा है। इसकी पोल बुधवार को विधायक और एसडीएम के संयुक्त निरीक्षण में खुली। अचानक चेकिंग से हड़कंप मच गया। दो केंद्रों पर इंचार्ज गायब मिले।

मंडी के छह सेंटरों में सिर्फ दो पर ही धान की खरीद होती मिली। विधायक ने क्रय केंद्रों पर चल रही मनमानी पर नराजगी जताई। उन्होंने कहा कि किसानों की समस्या को नजर अंदाज नहीं किया जाएगा। पूरनपुर क्षेत्र में धान का भारी मात्रा में उत्पादन होता है। इसकी खरीद के लिए सरकार ने अपने क्रय केंद्र तो स्थापित किए हैं, लेकिन किसानों को समर्थन मूल्य नहीं मिल पा रहा है। क्रय केंद्र खुले एक महीना बीत चुका है। इसके बावजूद पूरनपुर क्षेत्र में मात्र दो हजार क्विंटल धान की ही केंद्रों पर खरीद हो सकी है।

देहात क्षेत्र में तो सेंटर लगे ही नहीं हैं। कुछ केंद्रों पर खरीद होना दिखाया गया है लेकिन हकीकत में वहां भी खरीद नहीं हो रही है। पूरनपुर मंडी परिसर में छह केंद्रों को स्थापित किया गया है। इनपर भी किसानों का धान नहीं तौला जा रहा है। इस समस्या को लेकर विधायक बाबूराम पासवान ने एसडीएम जेपी चौहान और मंडी सचिव सहदेव सिंह के साथ सभी केंद्रों का निरीक्षण किया। इस निरीक्षण में मंडी में आरएफसी प्रथम और एसएफसी सेंटर पर ही धान की तौल होती मिली। इसके अलावा चार अन्य केंद्रों पर धान की तौल नहीं हो रही थी। एफसीआई और आरएफसी द्वितीय सेंटर पर केंद्र इंचार्ज मौजूद नहीं मिले। एफसीआई और कर्मचारी कल्याण निगम केंद्र पर अभी तक धान खरीद शुरू न होना बताया गया। कर्मचारी कल्याण निगम के केंद्र इंचार्ज अरविंद शर्मा कोई भी अभिलेख नहीं दिखा सके। सभी केंद्र्रों पर धान की काफी ढेरियां पड़ी मिली।

विधायक और एसडीएम ने खुद अपने सामने उनकी नमी चेक कराई तो सबकी नमी लगभग 15 प्रतिशत मिली जबकि मानक के अनुसार 17 प्रतिशत नमी वाले धान को केंद्र पर खरीदा जाता है। मानक के अंदर धान होने के बावजूद उसे न खरीदे जाने पर विधायक ने काफी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि जब एक एक महीने से ढेर पड़े हैं तो और किसान अपना धान कैसे लेकर आ पाएंगे। उन्होंने एसडीएम और सचिव को धान खरीद में तेजी लाने को कहा। विधायक ने यह भी कहा कि केंद्र इंचार्ज किसानों के साथ खिलबाड़ न करें बरना उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई कराई जाएगी।

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