ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेश पीलीभीतविद्यालयों में हेल्थ एजुकेशन देकर तैयार किए जाएंगे स्वास्थ्य एंबेसडर

विद्यालयों में हेल्थ एजुकेशन देकर तैयार किए जाएंगे स्वास्थ्य एंबेसडर

संचारी और संक्रामक रोगों पर पैनी नजर रखने के लिए स्वास्थ्य विभाग पीलीभीत समेत 23 जिलों में खास पहल करने जा रहा है। उच्च प्रावि में एक छात्र व दो...

विद्यालयों में हेल्थ एजुकेशन देकर तैयार किए जाएंगे स्वास्थ्य एंबेसडर
Newswrapहिन्दुस्तान टीम,पीलीभीतMon, 01 Feb 2021 03:11 AM
ऐप पर पढ़ें

पीलीभीत। अनूप शुक्ला

संचारी और संक्रामक रोगों पर पैनी नजर रखने के लिए स्वास्थ्य विभाग पीलीभीत समेत 23 जिलों में खास पहल करने जा रहा है। उच्च प्रावि में एक छात्र व दो गुरुजी (महिला/पुरुष) को चयनित किया जाएगा। छात्रों को हेल्थ वेलनेस मैसेंजर व गुरुजी को हेल्थ वेलनेस एंबेसडर बनाया जाएगा। ताकि गांव देहात में फैलने वाली बीमारी प्राथमिक जानकारी जल्द से जल्द महकमे तक पहुंच सकें।

केंद्र सरकार की पहल पर स्वास्थ्य महकमा विद्यालयों में जाकर होनहार छात्रों व गुरुजनों को पहले तो विभिन्न मर्ज और उनके लक्षणों के बारे में बताएगा। इसके बाद जब सभी पारंगत हो जाएंगे तो इनका चयन किया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्रालय और मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने यह अनूठी पहल कर गांव देहात पर नजर रखने की योजना बनाई है। स्कूल स्वास्थ्य एंबेसडर योजना को प्रभावी बनाने के लिए मंडल के सभी जिलों समेत पड़ोसी रामपुर व पूर्वांचल के कुछ जिलों को चिह्नित कर लिया गया है। छात्रों को शुरुआती दौर में बीमारी जैसे खून की कमी, कुपोषण आदि के बारे में और छात्राओं को महावारी के बारे भी बताया जाएगा।

हर स्कूल से दो शिक्षक होंगे हेल्थ वेलनेस एंबेसडर

स्वास्थ्य, बेसिक शिक्षा एवं माध्यमिक शिक्षा के अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। अब हर स्कूल से दो शिक्षकों का चयन कर उनको प्रशिक्षण देना शेष है। पुरुष और एक महिला शिक्षक की कम से कम आयु 45 वर्ष तय हुई है। यह शिक्षक कक्षा में एक छात्र को प्रशिक्षण देकर हेल्थ वेलनेस मैनेजर नियुक्त करेंगें। प्रत्येक मंगलवार को हेल्थ एंड वेलनेस दिवस होगा। इसमें बच्चों से संवाद किया जाएगा।

छात्रों का बनेगा इलेक्ट्रानिक रिकॉर्ड कार्ड

स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों की हर स्तर से जांच पड़ताल और स्वास्थ्य का परीक्षण करने के बाद इलेक्ट्रानिक रिकार्ड कार्ड भी तैयार की जाएगी। यह केन्द्र सरकार की नजर में रहेगा। इसके लिए भी बीआरसी को जानकारी दी जाएगी।

जूनियर हाईस्कूल और माध्यमिक स्कूलों में भी पहल होगी। इस पहल से गांव में किसी शख्स में कोई संचारी या संक्रामक रोग आदि की जानकारी बच्चों को मिलेगी तो वह गुरुजनों के जरिए स्वास्थ्य विभाग तक पहुंच जाएगी। इसके बाद महकमे का काम शुरू हो जाएगा।

- मो. नाजिर, जिला कार्यक्रम प्रबंधक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन योजना

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें