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फसलों पर आफत बनकर बरसा बेमौसम पानी

गेहूं की फसल के साथ ही आम का हुआ काफी नुकसान फसलों पर आफत बनकर बरसा बेमौसम पानी फसलों पर आफत बनकर बरसा बेमौसम पानी फसलों पर आफत बनकर बरसा बेमौसम...

फसलों पर आफत बनकर बरसा बेमौसम पानी
हिन्दुस्तान टीम,पीलीभीतMon, 09 Apr 2018 05:56 PM
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एक बार फिर किसानों की फसलों पर आफत बनकर पानी बरसा। बेमौसम बरसात ने किसानों की जिंदगी तो तबाह कर दी साथ ही आम जनजीवन भी अस्तव्यस्त हो गया। इस बारिश से सबसे अधिक किसानों की गेहूं की फसल को नुकसान हुआ। इसके अलावा आम के बौर भी तेज हवाओं के साथ हुई बारिश से झड़ गए। जिले में सोमवार को अचानक मौसम ने रुख बदला और सुबह करीब 10.30 बजे तेज हवा शुरू हो गई। तेज हवा के साथ ही झमाझम बारिश शुरू होने से जीवन अस्त व्यस्त हो गया। पानी से बचने के लिए लोग जहां थे वहीं ठहर गए। सड़कों पर सन्नाटा छा गया। इधर इस बारिश से किसानों का जीना दूभर हो गया।

तेज हवाओं के साथ हुई झमाझम बारिश से खेतों में खड़ी गेहूं की फसल चादर की तरह बिछ गई। इस बारिश से गन्ने की फसल को खासा फायदा हुआ। पर्ची के अभाव में जो गन्ना धूप में सूखता जा रहा था इसके लिए यह बरसात बरदान साबित हुई। बरखेड़ा कस्बे के रहने वाले किसान हरिराम ने बताया कि भगवान हम किसानों पर भी क्यो मुसीबत डालते है। उधारी लेकर गेहूं की फसल बोई थी सोचा था कि फसल बिकने पर कुछ खरीदारी करेंगे लेकिन भगवान न जाने क्यो नाराज है। वहीं फारूख अमहद ने बताया कि उनका गेहूं खेत में कटा पड़ा था। सोमवार को गेहूं की खदाई होनी थी लेकिन बरसात ने सब तहस-नहस कर दिया। इस बारिश से उनका बहुत नुकशान हुआ है। वहीं मरौरी क्षेत्र के गांव बिलगवां के महेंद्र ने भी इस बारिश के कहर का दुखड़ा सुनाया।

दूसरी बार हुई बरसात

अप्रैल माह में सोमवार को दूसरी बार बेमौसम बरसात हुई। इससे पहले शुक्रवार की रात तेज हवाओं के साथ झमाझम बारिश हुई। साथ ही ओलावष्टि होने से काफी किसानों को नुकशान हुआ था। सोमवार को फिर हुई बारिश से फिर बारिश से किसानो के लिए आफत से कम नहीं रहा।

बारिश बनी बाधा

वैसे कलेक्ट्रेट हो यहां विकास भवन हर जगह अधिकारियों के पास फरियादियों की भीड़ रहती है। लेकिन सोमवार को बारिश होने से कोई थी फरियारी संबंधित अधिकारियों के पास नहीं पहुंच सके। इससे कलेक्ट्रेट परिसर और विकास भवन में सन्नाटा परसा रहा। कुछ फरियादी सुबह पहुंच भी गए थे जो बारिश रुकने का इंतजार करते रहे।

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