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पांच रिपोर्टर :: कंचन सी काया कहीं भिगोया तो कहीं बचाया

ऑरेंज अलर्ट के बीच गुरुवार देर रात हवाओं के साथ हुई बारिश ने किसानों और सिस्टम के माथे पर चिंता की लकीरें ला दीं। बिलसंडा से लेकर पूरनपुर और बीसलपुर...

पांच रिपोर्टर :: कंचन सी काया कहीं भिगोया तो कहीं बचाया
हिन्दुस्तान टीम,पीलीभीतSat, 08 May 2021 03:12 AM
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ऑरेंज अलर्ट के बीच गुरुवार देर रात हवाओं के साथ हुई बारिश ने किसानों और सिस्टम के माथे पर चिंता की लकीरें ला दीं। बिलसंडा से लेकर पूरनपुर और बीसलपुर से लेकर हजारा तक सभी जगह कहीं आंशिक तो कहीं अपेक्षाकृत गेहूं अधिक भीगा। मुख्यालय पर भी हाल जुदा नहीं मिला। मंडी में सुबह जो गेहूं लगा था उसे उठा कर शेड के नीचे करने या फिर उसकी उठान को लेकर अफसर चिंतित दिखे। पर गेहूं भीगने के पीछे अफसरों का तर्क है कि बारिश अधिक नहीं यह केवल आंशिक हुई।

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भीगा तो सुखाने को फैलाया गया

पूरनपुर। पूरनपुर मंडी में भी तस्वीर दूसरी नहीं थी। यहां भी गेहूं भीगा। उठान बेहद सुस्त होने की वजह से यहां बाहर खुले में रखी ढ़ेरिया भीग गई। जब पूर्वान्ह में धूप खिली और उमस बढ़ीं तो गेहूं को सुखाने के लिए मंडी में ही इसे फैला दिया गया ताकि गेहूं को काला पड़ने से रोका जा सके।

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करीब छह सौ क्विंटल भीगा

बिलसंडा। रात में गेहूं को नहीं सहेजा गया। करीब छह सौ क्विंटल गेहूं बकैनिया ता. रामपुर अमृत के सेंटर पर भीग गया। सुबह जिसने भी भीगे गेहूं को देखा तो वो अपने अपने तरह से प्रतिक्रिया देता रहा। पर असल में गेहूं को मौसम के लिहाज से सहेजा जाना चाहिए था ताकि किसानों की मेहनत यूं बर्बाद न हो।

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सवा माह से ढेरों की कर रहे रखवाली

हजारा। कबीरगंज क्रय केंद्र पर गेंहू तौला में ढिलाई बरती जा रही है। इससे किसानों ने गेंहू के ढेर घर में और ट्राली में भरकर खड़ी कर रखी हैं। रात में अचानक बारिश होने से गेंहू भींग गया। ट्रांस क्षेत्र के साधन सहकारी समिति कबीरगंज में गेंहू खरीद के नाम पर कांटा लगाया गया है। सवा महीना बीतने के बाद दर्जन भर किसान की तौल कर खानापूरी की गई।

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बीसलपुर में क्रय केंद्रों पर पड़ा क्विंटलों गेहूं भीगा

बीसलपुर। कृषि उत्पादन मंडी समिति में चल रहे गेहूं क्रय केंद्रों पर पड़ा किसानों का क्विंटलों गेहूं भीग गया। खुलेआसमान के नीचे डाला गया गेहूं कछुआ गति से उठाया जा रहा था। रात में तेज हवा के साथ हुई बरसात के कारण किसानों के गेहूं के ऊपर पड़े त्रिपाल हवा में उड़ गए और बारिश से गेहूं भीग गया। किसानों ने बताया कि यह काला पड़ जाएगा।

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