किसानों को पाठशाला में सिखाए आमदनी दोगुनी करने के गुर
किसानों से किए गए वायदे को पूरा करने के लिए सरकार की तरफ से किसान पाठशालाएं लगने का क्रम सोमवार से शुरू हो गया है। पहले दिन पूरनपुर और कलीनगर तहसील क्षेत्र के लगभग 20 गांव में पाठशालाओं का आयोजन किया...
किसानों से किए गए वायदे को पूरा करने के लिए सरकार की तरफ से किसान पाठशालाएं लगने का क्रम सोमवार से शुरू हो गया है। पहले दिन पूरनपुर और कलीनगर तहसील क्षेत्र के लगभग 20 गांव में पाठशालाओं का आयोजन किया गया। इसमें ट्रेनरों ने किसानों को आमदनी दोगुनी करने के गुर सिखाए। पाठशाला में किसानों को खेतीबाड़ी के अलावा मतत्य, पशु पालन, मधु मक्खी पालन आदि के बारे में भी जानकारी दी गई।
खेती किसानी के हाइटेक तौर तरीकों और पारंपरिक खेती से हटकर उन्नतशील फसलों को तैयार करने के नुस्खे किसानों को दि मिलियन फार्मर्स के तहत सिखाए जाने लगे हैं। हर न्याय पंचायत के दो दो गांव में किसान पाठशाला लगाए जाने का क्रम सोमवार से शुरू हो गया है। बतादें कि किसान पाठशाला का प्रथम चरण दस से 13 जून और द्वितीय चरण 17 से 20 जून तक चलेगा। सोमवार को पूरनपुर और कलीनगर तहसील क्षेत्र के लगभग 20 गांव में पाठशाला का आयोजन किया गया। इसमें ट्रेनरों ने किसानों को बेहतर खेती किसानी के गुर बताकर आय दोगुनी करने के बारे में जानकारी दी। पाठशाला में किसानों को बताया कि किस प्रकार कम लागत में अच्छा उत्पादन किया जा सकता है। नई तकनीकि से खेती करके किस प्रकार आमदनी दोगुनी की जा सकती है। इसके अलावा मतस्य, पशु पालन, मधु मक्खी, रेशम आदि के बारे में भी बताया गया। किसानों को गन्ना खेती के बारे में भी जानकारी दी गई। पाठशाला के दौरान किसानों को मृदा परीक्षण कार्ड भी वितरित किए गए। -----इन गांव में लगी किसान पाठशाला राजकीय कृषि बीज भंडार प्रभारी दिलीप वर्मा ने बताया कि सोमवार को गांव ढकिया केसरपुर, रामनगर, कढ़ैया, पिपरिया मझरा, बांसबोझी, राजपुर ता. महाराजपुर, कजरी निरंजनपुर, सिमरिया, धर्मापुर, पिपरिया संतोष, मुजफ्फरनगर, गुुन्हान, शेरपुरकलां, जेठापुर, बिहारीपुर, सुल्तानपुर, नवदिया, भवानीगंज सहित 20 गांव में पाठशाला आयोजित कर किसानों को कई नई तकनीकि से खेती कर आमदनी दोगुनी करने के बारे में जानकारी दी गई। इस दौरान उपसंभागीय कृषि प्रसार अधिकारी रितुशा तिवारी, सहायक विकास अधिकारी कृषि अनिल गौतम ने गांवों में पहुंचकर पाठशाला का जायजा लिया और किसानों को खेतीबाड़ी से सम्बंधित जानकारियां दीं।